Ban On Mamta: EC का बड़ा कदम, भड़काऊ भाषण देने पर 24 घंटे तक ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार पर लगाई रोक – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • भड़काऊ भाषण देने के मामले में ममता बनर्जी पर चुनाव आयोग का ऐक्‍शन
  • चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की रोक लगाई
  • सोमवार रात आठ बजे से लागू होगी रोक, आयोग ने ममता से मांगी थी सफाई

कोलकाता
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चार चरण हो चुके हैं। वोटिंग के हर चरण के बाद राज्‍य की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इस बीच, चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाते हुए अगले 24 घंटे तक पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार करने पर रोक (Election Commission Ban On Mamta Banerjee) लगा दी है। आयोग ने ममता बनर्जी को भड़काऊ भाषण देने के मामले में आरोपी माना है। साथ ही, एक जनसभा में ममता ने हिंदू-मुस्लिम के आधार पर भी वोट मांगे थे। यह रोक सोमवार रात आठ बजे से लागू हो जाएगी। चुनाव आयोग ने इससे पहले ममता को नोटिस जारी कर इस मामले में स्‍पष्‍टीकरण मांगा था।

चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को आदर्श आचार संहिता के उल्‍लंघन का दोषी माना है। ममता पर यह बैन कूच बिहार में दिए गए उनके भाषण को लेकर भी लगाया गया है। अपने भाषण में ममता बनर्जी ने महिला मतदाताओं से अपील की थी कि वह चुनाव के दौरान सुरक्षाबलों का घेराव करें। ममता ने कहा था कि सुरक्षाबल के जवान एक खास पार्टी को वोटिंग के दौरान मदद पहुंचा सकते हैं, इसलिए लोग उनका विरोध करें।

कूचबिहार हिंसा में हुई थी 4 मौतें, शाह ने ममता को ठहराया जिम्‍मेदार
कूचबिहार में चौथे चरण के मतदान के दौरान सुरक्षाबलों के साथ हुई झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसके पीछे ममता बनर्जी के भड़काऊ भाषण को जिम्‍मेदार ठहराया था। इससे पहले अपनी एक जनसभा में ममता बनर्जी ने मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट होकर तृणमूल कांग्रेस को वोट करने की अपील की थी। इस मुद्दे पर ममता को घेरते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगर वह इस तरह की अपील करते तो चुनाव आयोग उनको नोटिस जारी कर देता। इस बयान के बाद ही चुनाव आयोग ने ममता से इस मुद्दे पर स्‍पष्‍टीकरण मांगा था।












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रायदिघी में ममता ने मुस्लिमों को दिखाया था बीजेपी का खौफ
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन अप्रैल को रायदिघी की एक जनसभा में एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और आईएसफ के अध्यक्ष अब्बास सिद्दीकी पर जोरदार प्रहार किया था। ममता ने आरोप लगाया था कि इन दोनों नेताओं को हिंदू ओर मुस्लिमों को बांटने के लिए बीजेपी ने पैसे दिए हैं। जनसभा में ममता ने कहा था कि मुस्लिम समाज के लोग इन दोनों नेताओं को अपना वोट न दें नहीं तो इससे बीजेपी को ही फायदा होगा। अगर बीजेपी सत्‍ता में आ गई तो हमारे गांवों में अशांति फैल जाएगी। बीजेपी ने ममता के इस बयान की चुनाव आयोग में शिकायत की थी।

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मंगलवार को धरना देंगी ममता बनर्जी
चुनाव आयोग की इस कार्रवाई पर टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रॉयन की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्‍होंने ममता बनर्जी पर आयोग की इस कार्रवाई को लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया है। वहीं, चुनाव आयोग के इस ऐक्‍शन के खिलाफ ममता बनर्जी धरना देने जा रही हैं। ममता ने कहा कि वह मंगलवार दोपहर 12 बजे से कोलकाता में गांधी मूर्ति पर धरना देने जा रही हैं। ममता ने आयोग के इस फैसले को असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक करार दिया है।

चुनाव आयोग पर न‍िशाना साध चुकी हैं ममता
इससे पहले, ममता बनर्जी कई मौकों पर चुनाव आयोग को भी अपने निशाने पर ले चुकी हैं। उन्‍होंने कहा था कि EC को अपना नाम बदलकर मोदी कोड ऑफ कंडक्‍ट रख लेना चाहिए। दरअसल, कूचबिहार हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने वहां किसी भी पार्टी के नेता के जाने पर रोक लगा दी थी। इसकी वजह से ममता का कूचबिहार दौरा कैंसल करना पड़ा था। वह हिंसा में मारे गए लोगों के घर जाकर उनके परिजनों से मिलना चाहती थीं।



ममता बनर्जी के खिलाफ ऐक्‍शन

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