न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Sun, 11 Apr 2021 04:30 PM IST
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गृह मंत्री शाह ने कहा कि जिस प्रकार से इस घटना का राजनीतिकरण किया जा रहा है ये बहुत दुखद है। मैंने ममता दीदी के बयान देखे हैं, उसी बूथ पर सुबह आनंद बर्मन की गुंडों द्वारा हत्या कर दी गई ताकि वहां पर मतदान न हो और सीआईएसएफ के हथियार लूटने की कोशिश की। यही नहीं अमित शाह ने आगे कहा कि ममता दीदी सिर्फ चार लोगों को श्रद्धांजलि देती हैं, उनको आनंद बर्मन की मौत की नहीं पड़ी है। मृत्य में भी तुष्टिकरण और वोट की राजनीति करना, ममता दीदी ने बंगाल की राजनीति को कितना नीचे गिराया है, ये इसका एक उदाहरण है।
वहीं अमित शाह ने बंगाल के बशीरहाट दक्षिण में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दीदी बौखलाई हुई हैं और हर दिन ये ही बात करती हैं कि अमित शाह इस्तीफा दें। दीदी जब जनता मुझे कहेगी तब मैं इस्तीफा दे दूंगा, मगर आप इस्तीफा तैयार रखो 2 मई को आपको इस्तीफा जरूर देना पड़ेगा।
बंगाल का ‘भूमिपुत्र’ ही बनेगा राज्य का मुख्यमंत्री : शाह
कामरहटी में एक टाउन हॉल बैठक के दौरान शाह ने कहा कि बंगाल के ‘भूमिपुत्र’ केवल बंगाल के मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि हम बंगाल की जनता के सामने परिवर्तन का संदेश लेकर आए हैं। हम एक मुख्यमंत्री बदलकर दूसरे को बैठाने नहीं आए हैं। एक पार्टी की सरकार बदलकर दूसरे पार्टी की सरकार लाना हमारा मकसद नहीं है। हमारा मकसद बंगाल की स्थिति में परिवर्तन करना है।
सीएए को लेकर साधा निशाना
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दीदी सीएए (CAA) का विरोध करती हैं क्योंकि शरणार्थियों को नागरिकता मिलने वाली है। उनको तकलीफ है कि घुसपैठिए नाराज होंगे। सीएए के खिलाफ दीदी ने जो प्रस्ताव लाया था, हम वापस लेंगे। शरणार्थियों के लिए मुख्यमंत्री शरणार्थी कल्याण योजना शुरू करेंगे। उनको सालाना 10,000 रूपये सहायता दी जाएगी।
अनुसूचित जाति के लोगों का अपमान मत करो : शाह
अमित शाह ने कहा कि कुछ दिन पहले टीएमसी की एक नेता ने बयान दिया कि अनुसूचित जाति के लोग स्वभाव से भिक्षा मांगने वाले हैं। दीदी आपके लोग ये क्या कह रहे हैं? जो गौरव से रह रहे हैं आप उनको भिखारी कह रही हैं, उनका अपमान कर रही हैं। दीदी अगर जरा भी शर्म बची है तो उनको बेदखल कर दो।