नीरज प्रियदर्शी
पटना (बिहार) से बीबीसी हिन्दी के लिए
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बिहार के अस्पताल और टीकाकरण
केंद्र भी कोरोना वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं.
यही वजह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
के लगातार निर्देशों के बावजूद भी यहाँ रोज़ाना दो लाख के टीकाकरण का लक्ष्य पार नहीं
हो पा रहा.
कोरोना वैक्सीन की कमी के चलते लोगों
को अब टीकाकरण केंद्रों से वापस लौटाया जा रहा है.
बहुत से केंद्रों के बाहर ‘वैक्सीन उपलब्ध नहीं है’ लिखे हुए पोस्टर चिपका दिये गए हैं.
बिहार की राजधानी पटना के गर्दनीबाग़
अस्पताल में शुक्रवार सुबह से ही टीकाकरण का काम रोक दिया गया और पंजीकरण कराने के
बाद टीका लगवाने पहुँचे लोगों को अस्पताल प्रबंधन ने यह कहकर लौटा दिया कि टीका
फ़िलहाल ख़त्म हो गया है, आने पर बुलाया जाएगा.
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अस्पताल प्रबंधन ने वैक्सीन की अनुपलब्धता वाला पोस्टर भी केंद्र पर चिपका दिया है.
यह स्थिति अकेले पटना शहर की नहीं
है. बल्कि प्रदेश के अन्य ज़िलों से भी वैक्सीन ख़त्म होने की सूचना है.
दरभंगा ज़िले के डीएमसीएच अस्पताल में
पिछले दो दिन से वैक्सीन ख़त्म है.
दरभंगा के
ज़िला अधिकारी त्याग राजन ने बीबीसी को बताया,
“हमें जितनी वैक्सीन मिली थी, वह बुधवार को ही ख़त्म हो चुकी है. कहा गया है कि
तीन-चार दिनों के अंदर फिर से वैक्सीन उपलब्ध हो जायेगी.”
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बिहार हेल्थ सोसाइटी से मिली जानकारी
के मुताबिक़, अभी राज्य के स्टॉक में तीन लाख के क़रीब वैक्सीन डोज़ उपलब्ध है.
जैसा कि पिछले तीन-चार दिनों में
टीकाकरण का औसत रहा है, उसके हिसाब से यह स्टॉक अब तीन दिन ही चलने वाला है.
बिहार हेल्थ सोसाइटी के कार्यकारी निदेशक
मनोज कुमार के मुताबिक़, 9अप्रैल यानी आज ही केंद्र की ओर से नौ लाख वैक्सीन डोज़
का स्टॉक आने वाला है.
मनोज कहते हैं कि अगर तय समय पर वैक्सीन
का स्टॉक केंद्र की ओर से मिल जाएगा, तब तो कमी नहीं होगी, अन्यथा टीकाकरण के काम पर काफ़ी असर
पड़ेगा.
चूंकि इस
समय केंद्रीय स्तर पर भी वैक्सीन की कमी को लेकर चर्चा हो रही है, इसलिए बिहार सरकार
के स्वास्थ्य विभाग की ओर से ज़िलों को पहले ही निर्देश दे दिया गया है कि सीमित संख्या
में टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराया जाए.
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बिहार में पिछले एक हफ़्ते से कोरोना
संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी
आँकडों के अनुसार, गुरुवार को बिहार में 1,911नये कोरोना केस मिले.
बिहार में इस समय सक्रिय कोविड
मरीज़ों की संख्या 7,504हो गई है.
बिहार में संक्रमण का प्रसार रोज़ 25फ़ीसदी की दर से बढ़ रहा है, लेकिन टीकाकरण की रफ़्तार घट रही है.
पाँच अप्रैल को बिहार में लगभग दो लाख
87हज़ार लोगों का टीकाकरण हुआ था.
लेकिन छह अप्रैल को यह घटकर दो लाख
सात हज़ार पर आ गया.
फिर सात अप्रैल को यह और घटकर 1,07,841हुआ और आठ अप्रैल को यह उससे भी कम,
1,07,071तक पहुँच गया था.