सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख़्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश लाया जाना था लेकिन मोहली कोर्ट में मामले की सुनवाई 12 अप्रैल तक टल गई है.
Uttar Pradesh News: यूपी जेल प्रशासन का कहना है कि वैसे तो हमारे पास प्रोटोकॉल के तहत हमेशा पुख्ता इंतज़ाम रहते हैं लेकिन मुख़्तार के मामले में सारे पहलुओं को ध्यान में रखकर इंतज़ाम किए गए हैं.
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मुख्तार के बांदा जेल पहुंचने से पहले क्या हैं तैयारियां?
यूपी जेल प्रशासन का कहना है कि वैसे तो हमारे पास प्रोटोकॉल के तहत हमेशा पुख्ता इंतज़ाम रहते हैं लेकिन मुख़्तार के मामले में सारे पहलुओं को ध्यान में रखकर इंतज़ाम किए गए हैं. मुख़्तार को रखने के लिये बांदा में एक सुरक्षित सेल का चुनाव किया गया है जहां किसी भीतरी से ख़तरा ना हो सके. यूपी में आने के बाद यहां दर्ज मुक़दमों के आधार पर सुनवाई के लिए इसी जेल में व्यवस्था की जाएगी. ग़ौरतलब है कि सुरक्षित कोविड प्रोटोकॉल के चलते संभव है कि मुख़्तार की अदालत में पेशी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए की जाएगी. उसके बाद अदालत के आदेश पर उसे यूपी में दर्ज मामलों के लिए पुलिस को पूछताछ के लिए सौंपा जा सकता है.
मुख़्तार को पंजाब की रोपड जेल से लाने के लिए किसी भी विशेष टीम का गठन नहीं किया गया है, क्योंकि यूपी के गृह विभाग का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक पंजाब से यूपी की बांदा जेल तक मुख़्तार को पहुंचाना पंजाब पुलिस की जिेम्मेदारी है. लिहाज़ा अगर पंजाब पुलिस किसी तरह की मदद चाहती है तो यूपी पुलिस तैयार है. बाकी यूपी सरकार के निर्देश के अनुसार यूपी पुलिस काम करेगी.यूपी आने के बाद मुख्तार का होगा हेल्थ चेकअप और कोरोना टेस्ट
यूपी में आने के बाद मुख़्तार का हेल्थ और कोरोना चेकअप कराया जाएगा और कोरोना निगेटिव रिपोर्ट में ने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. यूपी में जेल में रखने के बाद मुख़्तार की बैरक की सुरक्षा कड़ी की जाएगी. मुख़्तार के परिवारवाले पहले आशंका जता चुके है कि यूपी में मुख़्तार का जान को ख़तरा है.
ग़ौरतलब है कि यूपी जेल के भीतर मुख़्तार के करीबी मुन्ना बजरंग की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद मुख़्तार अंसारी, अतीक अहमद समेत कई पेज अपराधी अपनी जान की सलामती के लिए अपनी आवाज़ उठा चुके है.