फिल्मी स्टाइल में हॉस्पिटल से भागने वाले गैंगस्टर फज्जा के ‘मास्टरप्लान’ का खुलासा, ऐसे रची थी साजिश – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • फज्जा को फरार कराने के लिए डबल मर्डर कर गुड़गांव से लूटी गई थी स्कॉर्पियो
  • बदमाशों ने पुलिस टीम पर दोतरफा हमला किया था, आंखों में झोकी थी मिर्च
  • एक हफ्ते से फज्जा मंडोली जेल प्रशासन को पेट में तकलीफ बता रहा था

नई दिल्ली
गोगी गैंग का कुख्यात गैंगस्टर कुलदीप उर्फ फज्जा काफी समय से जेल से फरार होने के लिए कोशिश कर रहा था। रोहिणी और आउटर दिल्ली में गैंग की पकड़ कमजोर हो रही थी। लिहाजा गोगी भी चाहता था कि वह या फज्जा में से कोई एक जेल से बाहर आकर गैंग को फिर से मजबूत करे। लिहाजा इसके लिए एक गहरी साजिश रची गई। जीटीबी अस्पताल में गुरुवार को एनकाउंटर में जख्मी बदमाश अंकेश ने दावा किया कि 23 मार्च को भी फज्जा को छुड़ाकर ले जाने आए थे, लेकिन टाल दिया।

लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के संदीप से ली मदद
अफसरों के मुताबिक, अंकेश का दावा है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग की कमान संभाल रहे संदीप उर्फ काला जठेड़ी के करीबी बैंकॉक में रह रहे कालू राणा और गोगी गैंग की कमान संभाल रहे दीपक पहल उर्फ बॉक्सर को साजिश में शामिल किया गया। बॉक्सर 2016 में गोगी को बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस की कस्टडी से छुड़ाने वालों में शुमार था। अंकेश ने पूछताछ में बताया कि कालू राणा ने फज्जा के साथ उसे कुछ समय पहले कॉन्फ्रेंस कॉल में लिया था। एक हफ्ते से फज्जा जेल प्रशासन को पेट में तकलीफ बता रहा था। लिहाजा उसे 23 मार्च को जीटीबी अस्पताल लाया गया। बदमाश उस दिन पुलिसवालों की तादाद ज्यादा देखकर काम को अंजाम देेने से पीछे हट गए।

पूरे रूट की रेकी , पुलिस के वाहन के पास की थी पार्किंग
पुलिस सूत्रों का दावा है कि अंकेश ने बताया कि वह फज्जा को 2011 में तिहाड़ जेल में मिला था। उसने बताया कि फज्जा ने उन्हें जीटीबी अस्पताल में आने की जानकारी दी थी। लिहाजा दीपक बॉक्सर और वह खुद अलग-अलग जगह से बदमाशों को इकट्ठा करके लाए थे। इससे पहले पूरे रूट की रेकी की गई थी, ताकि भागने में आसानी हो। लिहाजा स्कोर्पियो को अस्पताल बिल्डिंग से बाहर आने और जेल से आए कैदियों के लिए आई गाड़ी पार्क करने वाली जगह के बीच में खड़ा किया गया था। लेकिन पुलिस के अचानक फायरिंग करने से बदमाश बिखर गए।

गुड़गांव के फर्रुखनगर में मर्डर के बाद लूटी थी स्कॉर्पियो

पुलिस सूत्रों ने बताया कि अंकेश ने एनकाउंटर में मारे गए बदमाश रवि को पहचाने इनकार कर दिया। तफ्तीश में पता चला कि रवि जींद जिले का रहने वाला है, जो 2020 में रोहतक में हुए एक मर्डर में वॉन्टेड चल रहा था। सोनीपत के जिस रवि जागसी के मरने की बात की जा रही थी, वो भी वारदात में शामिल था। लेकिन फरार हो गया। अंकेश ने पुलिस को बताया कि फज्जा को फरार कराने के लिए गुड़गांव के फरूख नगर में डबल मर्डर को अंजाम देकर वारदात में इस्तेमाल स्कॉर्पियो लूटी थी। इसे गुरुवार को बदमाश जीटीबी अस्पताल में छोड़ गए।

फज्जा को फरार करने वालों की तलाश में जुटी पुलिस
स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और लोकल पुलिस की दस टीमें पूरे मामले की छानबीन में लगी हुई हैं। पुलिस अफसरों ने बताया कि अंकेश ने बताया कि वारदात में नाबालिग बदमाश भी शामिल थे। कई बदमाशों को फज्जा को फरार करवाने वाली बात का पता ही नहीं था। इसलिए वह पुलिस की तरफ से फायरिंग होने पर पिस्टल मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए। बदमाशों ने पुलिस टीम पर दोतरफा हमला किया था। सामने से पिस्टल दिखाई तो पीछे से दबोचकर आंखों में मिर्च पाउडर डाली गई।

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