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25 फरवरी, 2021 को जेलेटिन स्टिक्स से भरी एक स्कॉर्पियो कार भारत के उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर के बाहर मिली. कुछ दिन बाद इस कार के मालिक मनसुख हिरेन का शव ठाणे में बरामद किया गया.
उसी शुक्रवार को मनसुख हिरेन का शव ठाणे पुलिस ने रेती बंदरगाह के किनारे बरामद किया. उनकी मौत के बाद मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों की बरामदगी के मामले पर अब रहस्य और गहरा गया है.
इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और फिलहाल विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले से मुंबई पुलिस के सचिन वाझे का जुड़ाव क्या महज एक संयोग है?
हालांकि सचिन वाझे ने शनिवार को मीडिया से कहा कि, “मनसुख हिरेन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाएगी. हिरेन के शव के बारे में कहा जा रहा है कि किसी तरह के चोट के निशान नहीं हैं, लेकिन इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगी. मैं उनके शव मिलने के साढ़े चार घंटे बाद वहां पहुंचा था और इसके अलावा मेरे पास कोई जानकारी नहीं है. मैं यह भी नहीं जानता कि दूसरे लोग क्या कह रहे हैं.”
सचिन वाझे से जब यह पूछा गया कि जब मुकेश अंबानी के घर के बाहर से विस्फोटक बरामद किए गए थे तब आप वहां गए थे तो उन्होंने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक मुद्दों पर वे क्या कह सकते हैं.
सचिन वाझे कौन हैं और इस मामले को लेकर विपक्ष उनकी भूमिका पर सवाल क्यों उठा रहा है. ये जानने से पहले एक नज़र इस पूरे मामले पर डाल लेते हैं.

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कहां से मिला मनसुख हिरेन का शव
पुलिस के मुताबिक़, मनसुख हिरेन का शव छोटी नदी में 50-60 फीट अंदर से बरामद किया गया. शव को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया.
पुलिस ने बताया, “शरीर पर काफी गंदगी मौजूद थी. शव का चेहरा ढंका हुआ था. चेहरे पर तीन चार रूमाल मौजूद थे. इन रूमालों को पुलिस ने सीज़ कर लिया है.”
अभी तक फॉरेंसिक रिपोर्ट नहीं आई है, पुलिस को संदेह है कि शव को पानी के अंदर खींचकर लाया गया होगा.
डॉक्टरों ने अब तक क्या बताया
ठाणे में मौजूद शिवाजी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. भीमराव जाधव ने बताया, “मनसुख हिरेन के विसरा को फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा. उसके रासायनिक विश्लेषण के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी. शुक्रवार को अस्पताल में शव में दोपहर देढ़ बजे लाया गया था. शव का पोस्टमार्टम शाम को हुआ. चार सदस्यीय टीम ने पोस्टमार्टम किया था. टीम पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट पुलिस को सौंपेगी.”
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शुक्रवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही मनसुख हिरेन की मृत्यु की जानकारी दी थी, जिसके बाद विपक्ष ने सदन का बहिष्कार किया.

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मामले की जांच होगी- संजय राउत
शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि अगर विपक्ष इस मामले में सवाल उठाता है तो उसकी जांच होगी.
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी शख़्स की मौत एक दुखद घटना है. उन्होंने यह भी कहा लोगों के मन में यह सवाल है मनसुख हिरेन ने आत्महत्या की है या उनकी हत्या हुई है, इस सवाल का जवाब लोगों को मिलना चाहिए.
हालांकि संजय राउत ने यह भी कहा कि किसी अपराध के संभावित गवाह की मौत दुखद है, हालांकि उन्होंने सरकार को घेरने वाले विपक्ष के सवालों को सही नहीं माना है.
उन्होंने कहा कि मामले की जांच का काम आतंकवाद निरोधी दस्ते को सौंपा गया है, मामले की जांच अधिकारी कर रहे हैं.

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मामले की जांच करेगा आतंकवाद निरोधकीदस्ता – अनिल देशमुख
विपक्ष इस मामले की जांच एनआईए या सीबीआई से कराने की मांग कर रहा है. हालांकि विपक्ष की इस मांग को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने ख़ारिज़ कर दिया है.
देशमुख ने कहा, “विपक्ष मुकेश अंबानी के घर के बाहर बरामद किए गए विस्फोटक और ठाणे की घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहा था. लेकिन मामले की जांच महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) करेगी.”

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मेरे पति आत्महत्या नहीं कर सकते: विमला हिरेन
एक तरफ मामला राजनीतिक गलियारों तूल पकड़ रहा है तो दूसरी तरफ हिरेन की मौत की वजहों पर सवाल उठ रहे हैं.
इस बीच उनकी पत्नी विमला हिरेन ने एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया और कहा कि मनसुख हिरेन आत्महत्या नहीं कर सकते.
विमला हिरेन ने मीडिया से कहा, “इस मामले की पूरी तरह से जांच होनी चाहिए. सच्चाई को सामने लाना चाहिए. हमारा पूरा परिवार तबाह हो गया है.”
विमला हिरेन ने कहा, “पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर रही थी. वे पूरे दिन वहीं थे. उन्होंने पुलिस को पूरी तरह से सहयोग दिया था. उन्हें चार मार्च को बुलाया गया था लेकिन वे वापस नहीं लौटे. उनका फ़ोन रात के दस बजे के बाद से बंद हो गया था.”
विमला ने यह भी दावा कि उनके पति को कांदिवली से क्राइम ब्रांच के तावड़े नाम के किसी शख़्स का फ़ोन आया था और उन्होंने उनके पति को घोड़बंदर मिलने के लिए बुलाया था. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके पति पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं था.

सचिन वाझे पर क्यों उठ रहे हैं सवाल
देवेंद्र फडणवीस ने सचिन वाझे पर गंभीर सवाल उठाए हैं. विस्फोटक से भरे वाहन की बरामदगी को लेकर फडणवीस ने पूछा है कि इस मामले में सचिन वाझे का जुड़ाव महज संयोग है?
देवेंद्र फड़णवीस ने बजट सत्र के दौरान कहा, “26 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के पास जेलेटिन विस्फोटक से भरा वाहन मिलता है. उनकी सुरक्षा महत्वपूर्ण है. जिस शख़्स का स्कॉर्पियो वाहन था वह ठाणे का था. पुलिस ने इस मामले में जैश-उल-हिंद पर आरोप लगाया लेकिन संगठन ने बयान जारी कर इसे ग़लत बताया. मामले की जांच सचिन वाझे को सौंपी गयी. उन्हें तीन दिन पहले हटा दिया गया और फिर से नियुक्त किया गया. यह बदलाव क्यों किया गया?”
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “स्कॉर्पियो की शिकायत जिस शख़्स ने की थी, उस शख़्स से मैं बात कर रहा था. तब मैंने सचिन वाझे से भी बात की थी. जब यह घटना हुई थी, तब वहां से सबसे पहले पहुंचने वालों में सचिन वाझे थे. वे ठाणे में रहते हैं. और क्या चाहिए. इस मामले की जांच नेशनल इंवेस्टीगेटिव एजेंसी से करानी चाहिए.”

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सचिन वाझे ने क्या कहा
सचिन वाझे ने मीडिया से कहा, “मुझे मनसुख हि्रेन की मौत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने पत्रकारों और पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मुंबई पुलिस कमिश्नर को शिकायत की थी. मैं हिरेन के शव मिलने के साढ़े चार घंटे बाद वहां पहुंचा था.”

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महाराष्ट्र पुलिस में सचिन वाझे अस्सिटेंट इंस्पेक्टर ऑफ़ पुलिस के तौर पर काम करते हैं. वे मुंबई क्राइम ब्रांच के इंटेलिजेंस यूनिट के प्रमुख भी हैं. क्राइम ब्रांच की यह यूनिट मुंबई में आपराधिक गतिविधियों के बारे में गोपनीय जानकारी जुटाती है.
इससे पहले सचिन वाझे 16 साल तक निलंबित रहे थे. तीन मार्च, 2004 को सचिन वाझे को 14 अन्य पुलिसकर्मियों के साथ ख्वाज़ा यूनुस की हिरासत में मौत मामले में निलंबित किया गया था. दो दिसंबर, 2002 को हुए घाटकोपर बम ब्लास्ट मामले में यूनुस अभियुक्त थे.
जून 2020 में मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के नेतृत्व वाली कमेटी ने वाझे के निलंबन को रद्द किया था. निलंबन के 16 साल बाद वापसी करने पर सचिन वाझे को मुंबई क्राइम ब्रांच में नियुक्ति मिली.

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अब तक क्या क्या हुआ?
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटिलिया के बाहर एक स्कॉर्पियो कार में विस्फोटक से भरी एक कार मिली थी. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि गाड़ी में जेलेटिन के 20 स्टिक मौजूद थीं.
यह इलाक़ा गावदेवी पुलिस स्टेशन के अधीन आता है. जानकारी मिलने के बाद मामले की जांच शुरू हुई. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि इस मामले की जांच मुंबई की क्राइम ब्रांच पुलिस कर रही है और सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी.
मुकेश अंबानी का घर एंटिलिया मुंबई के पेडर रोड पर है. यह मुंबई का सबसे संपन्न इलाक़ा माना जाता है.
