Kisan Tractor Rally: संजय राउत बोले- ये किस टाइप का लोकतंत्र देश में पनप रहा है, कोई अदृश्य ताकत राजनीति कर रही है – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • शिवसेना सांसद संजय राउत ने किया केंद्र की मोदी सरकार पर हमला
  • किसानों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प पर राउत ने कहा कि इसे सरकार रोक सकती थी
  • केंद्र सरकार ने किसानों की बात को आखिर तक नहीं सुना
  • राउत ने कहा कि कोई अदृश्य शक्ति इस मामले में राजनीति कर रही है

मुंबई
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों द्वारा निकाली जा रही ट्रैक्टर रैली (Kisan Tractor Rally ) में कई जगहों पर प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच में झड़प हुई है। कई जगहों पर किसानों ने बैरिकेडिंग को भी तोड़ दिया है। दिल्ली की इस हिंसा पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने चुटकी लेते हुए कहा है, ‘क्या इसी दिन का इंतजार केंद्र सरकार कर रही थी। सरकार ने आखिर तक प्रदर्शनकारी किसानों की बात नहीं सुनी। राउत ने सवाल किया कि आखिर किस तरह का लोकतंत्र हमारे देश में पनप रहा है? उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र नहीं है भाई देश में कुछ और ही चल रहा है’।

हिंसा रोक सकती सरकार
संजय राउत ने ट्वीट कर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है, ‘ सरकार अगर चाहती तो यह हिंसा रोक सकती थी। दिल्ली में जो चल रहा है उसका किसी भी प्रकार से समर्थन नहीं किया जा सकता है। कोई भी हो लाल किला और तिरंगे का अपमान सहन नहीं कर करेंगे। राउत ने सवाल किया कि आखिर ये माहौल बिगड़ा क्यों? सरकार कृषि विरोधी कानून रद्द क्यों नहीं कर रही है? क्या कोई अदृश्य हाथ राजनीति कर रहा है’?

किसानों और पुलिस के बीच झड़प
गणतंत्र दिवस (Republic Day 2021) परेड के बीच राजधानी में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। भारी संख्या में प्रदर्शनकारी ट्रैक्टरों के साथ लाल किला पर पहुंच गई। इसके बाद प्रदर्शनकारी किसान लाल किले के भीतर घुस गए। प्रदर्शनकारियों ने लाल किले की प्राचीर से अपना पीले रंग का झंडा लहराया। राजधानी में आईटीओ में प्रदर्शनकारी किसान टैक्टरों से बैरिकेड तोड़ दिया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने यहां किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। भीड़ को काबू करने के दौरान पांच-छह पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। वहीं, प्रदर्शनकारियों की तरफ से पुलिसवालों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई। झड़प के बीच दो मीडियाकर्मी भी घायल हो गए हैं। वहीं कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आई हैं।

मुंबई में भी किसानों से नहीं मिले राज्यपाल
3 दिनों तक मुंबई के आजाद मैदान में चले किसान आंदोलन में किसानों से मिलने में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। किसानों ने आरोप लगाया है कि हमें समय देने के बावजूद राज्यपाल महोदय गोवा चले गए। यह महाराष्ट्र के किसानों का घोर अपमान है। इसके बाद किसानों ने आज गणतंत्र दिवस पर मुंबई के आजाद मैदान में एक 73 साल की बुजुर्ग महिला के हाथों ध्वजारोहण करवाने के बाद इस आंदोलन को खत्म कर दिया। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन को कानून वापस होने तक जारी रखा जाएगा।

संजय राउत

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