कर्नाटक: शिवमोगा में सुनाई दी तेज आवाज की वजह था डायनामाइट का धमाका, 8 लोगों की हुई मौत! – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • देर रात कर्नाटक के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए गए हैं।
  • बेंगलुरु से करीब 350 किलोमीटर दूर शिवमोगा में लोगों ने एक तेज आवाज सुनने की बात कही है।
  • यह घटना 21 जनवरी रात करीब 10.20 बजे की है।
  • यह डायनामाइट का एक धमाका था, जो रेलवे क्रशर साइट पर हुआ।
  • घटना में कम से कम 8 लोगों के मारे जाने की खबर है।

बेंगलुरु
देर रात कर्नाटक के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए गए हैं। बेंगलुरु से करीब 350 किलोमीटर दूर शिवमोगा में लोगों ने एक तेज आवाज सुनने की बात कही है। यह घटना 21 जनवरी रात करीब 10.20 बजे की है। धमाका इतना तेज था कि कई घरों के शीशे तक टूट गए। लोग कयास लगा रहे थे कि ये भूकंप हो सकता है या फिर किसी जेट की टेस्टिंग की वजह से आई आवाज हो सकती है, लेकिन अब पता है कि यह एक धमाके की आवाज थी।

माना जा रहा है कि ट्रक में भरकर ले जाए जा रहे विस्फोटक में ये धमाका हुआ। विस्फोटक खनन के उद्देश्य से ले जाए जा रहे थे। धमाके से ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो और भूगर्भ वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “भूकंप नहीं आया था। लेकिन शिवमोगा के बाहरी इलाके में ग्रामीण पुलिस थानांतर्गत हंसुर में विस्फोट हुआ था।” एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, “जिलेटिन ले जा रहे एक ट्रक में धमाका हुआ। स्थानीय तौर पर कंपन महसूस किया गया।”

मारे जा चुके हैं 8 लोग
सोशल मीडिया पर पहले से ही ये बात हो रही था कि कुछ लोगों के मारे जाने की खबर है। अब शिवमोगा के जिलाधिकारी शिवकुमार ने कहा है कि यह हुनासोडु गांव में एक रेलवे क्रशर साइट पर हुआ डायनामाइट का धमाका था, जिसमें कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है। यह धमाका शिवमोगा शहर से करीब 5-6 किलोमीटर की दूरी पर हुआ था। अभी पुलिस मौके पर है और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। मौके पर पुलिस बल मौजूद है और घटना की वजह और गंभीरता को आकने की कोशिशें जारी हैं।

घरों से बाहर निकल आए थे लोग
तेज आवाज से लोग इतना परेशान हो गए हैं कि वह अपने घरों से बाहर निकल कर गलियों में घूमने लगे। एक दूसरे से इस बात की चर्चा करने लगे कि आखिर ये आवाज कैसी थी। हर कोई एक ही सवाल पूछ रहा है कि ये भूकंप था या कुछ और?

कुछ महीने पहले मई में भी बेंगलुरु में तेज आवाज हुई थी, जिससे लोग डर गए थे। बाद में पता चला कि भारतीय वायु सेना के एक लड़ाकू जेट ने परीक्षण के दौरान सॉनिक बूम बैरियर को तोड़ दिया था। इस बार भी लोग ऐसे ही कयास लगा रहे थे, लेकिन अब तस्वीर कुछ और ही लग रही है।

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