कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन पर साउथ अफ्रीका और ब्रिटेन में ठन गई है। ब्रिटेन के हेल्थ मिनिस्टर मैट हैन्कॉक ने कहा था कि साउथ अफ्रीका में मिला वायरस का नया स्ट्रेन ब्रिटेन में मिले वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है। साउथ अफ्रीका के हेल्थ मिनिस्टर ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
साउथ अफ्रीका से ट्रैवल पर रोक लगाने का ऐलान करते हुए हैन्कॉक ने देश में दूसरा नया स्ट्रेन मिलने को साउथ अफ्रीका से जोड़ा था। उनका कहना था कि यह वैरिएंट ब्रिटेन में मिले स्ट्रेन से ज्यादा तेजी से फैलता है। इसमें म्यूटेशन भी तेजी से होता है। इससे संक्रमित हुए दो मरीज साउथ अफ्रीका से आए लोगों के संपर्क में थे।
इस पर साउथ अफ्रीका के हेल्थ मिनिस्टर ज्वेली मखिजे ने गुरुवार रात कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि 501.V2 (वेरिएंट) यूनाइटेड किंगडम के वेरिएंट की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलने वाला है, जैसा कि ब्रिटिश हेल्थ मिनिस्टर का कहना है।
ब्रिटेन के PM जॉनसन ने कहा- लॉकडाउन नहीं लगेगा
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7.97 करोड़ के ज्यादा हो गया। 5 करोड़ 61 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 17 लाख 48 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया है। जॉनसन का यह बयान उस वक्त आया है जब गुरुवार को एक ही दिन में मौतों का आंकड़ा 574 बढ़ गया।
ब्रिटेन से दो अपडेट्स
पहला- बोरिस जॉनसन ने देश में लॉकडाउन की संभावना से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। जॉनसन के मुताबिक, हालात पर जल्द काबू करने की कोशिशें जारी हैं। ब्रिटेन में गुरुवार को एक ही दिन में मरने वालों का आंकड़ा 574 बढ़ गया। इसके पहले यानी बुधवार को 744 संक्रमितों की मौत हुई थी। देश में अब तक कुल मिलाकर 69,625 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही कुल मामलों में भी 39 हजार से ज्यादा वृद्धि देखी गई। सरकार की दिक्कत तब और बढ़ गई जब देश में एक हफ्ते में दो नए कोविड-19 वेरिएंट देखने मिले। इन पर वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं।
दूसरा – देश में वैक्सीनेशन ड्राइव भी तेजी से चलाई जा रही है। अब तक 6 लाख लोगों को वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। ब्रिटेन ने यूरोप में फाइजर-बायोएनटेक को सबसे पहले मंजूरी दी थी। यहां इस महीने के शुरू में वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। सरकार का कहना है कि बहुत जल्द देश के सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में वैक्सीनेशन प्रॉसेस पूरा किया जाएगा।
कैलिफोर्निया में मामले 20 लाख हुए
अमेरिका में कोरोना से राहत के संकेत नहीं हैं। यहां कुछ राज्यों में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। इनमें कैलिफोर्निया का नाम सबसे पहले लिया जा सकता है। अकेले इस राज्य में मामले 20 लाख से ज्यादा हो चुके हैं। देश में अब तक तीन लाख 26 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
क्रिसमस पर खतरा ज्यादा
यूरोपीय देश क्रिसमस पर भी सहमे नजर आ रहे हैं। ज्यादातर देशों ने प्रतिबंधों में किसी तरह की ढील नहीं दी। इटली और जर्मनी में तो लॉकडाउन रहेगा, लेकिन फ्रांस ने काफी हद तक हालात संभाले। लिहाजा, यहां के बड़े शहरों में सख्त नियमों के साथ दुकानें खोलने की मंजूरी दी गई है। अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रम्प पत्नी मेलानिया के साथ छुट्टियां मनाने अपने आलीशान रिजॉर्ट चले गए हैं। इसकी आलोचना हो रही है क्योंकि अमेरिका में संक्रमण पर काबू पाने की कोशिशें कामयाब नहीं हो पाईं हैं।
ज्यादातर देशों की सरकारों ने चेतावनी जारी की है। इनका कहना है कि क्रिसमस पर लोग एक जगह न जुटें। इसकी वजह से संक्रमण ज्यादा तेजी से फैल सकता है और हालात फिर बेकाबू हो सकते हैं।
कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 19,111,326 | 337,066 | 11,219,123 |
भारत | 10,147,468 | 147,128 | 9,717,198 |
ब्राजील | 7,425,593 | 190,032 | 6,448,740 |
रूस | 2,963,688 | 53,096 | 2,370,857 |
फ्रांस | 2,527,509 | 62,268 | 188,639 |
यूके | 2,188,587 | 69,625 | N/A |
तुर्की | 2,100,712 | 19,115 | 1,935,292 |
इटली | 2,009,317 | 70,900 | 1,344,785 |
स्पेन | 1,869,610 | 49,824 | N/A |
जर्मनी | 1,614,326 | 29,681 | 1,184,400 |
(आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं)
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Source: DainikBhaskar.com