पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (PTI)
West Bengal Assembly Election: 2021 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए शुभेंदु अधिकारी पिछले दिनों भाजपा में शामिल हो गए.
- News18Hindi
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Last Updated:
December 22, 2020, 10:19 PM IST
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मंगलवार की बैठक से अनुपस्थित दो मंत्री – पर्यटन मंत्री गौतम देब और उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष – उत्तर बंगाल के थे. हालांकि, उनकी अनुपस्थिति के कारण वास्तविक प्रतीत होते हैं क्योंकि वे कोविड -19 के प्रकोप के बाद से मंत्रिमंडल की बैठकों में भाग नहीं ले रहे हैं. बैठक से गायब अन्य दो मंत्री बीरभूम से मत्स्य पालन मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा और वन मंत्री, हावड़ा से राजीब बनर्जी थे. बैठक से बनर्जी की अनुपस्थिति राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लग रही है क्योंकि ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी में “पक्षपात” का आरोप लगाते हुए उनके टीएमसी छोड़ने की अटकलें हैं.
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बनर्जी को कुछ हफ्ते पहले उनसे मिलने वाले अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलाने के लिए पार्टी नेतृत्व द्वारा प्रयास किए गए थे. संयोग से, राज्य सचिवालय, नबना, हावड़ा के उनके निर्वाचन क्षेत्र में स्थित है.अधिकारी ने भी बना ली थी कैबिनेट बैठकों से दूरी
टीएमसी छोड़ने और भाजपा में जाने से पहले, शुभेंदु अधिकारी ने भी कई महीनों तक कैबिनेट की बैठकों से दूरी बना ली थी.
विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में बढ़ते राजनीतिक तापमान के बीच, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी ने राज्य इकाई के महासचिव सयानतन बसु को कारण बताओ जारी किया, ये नोटिस बसु को इलेक्ट्रानिक मीडिया में आपत्तिजनक और पार्टी विरोधी बयानबाजी करने के चलते जारी किया गया है.
पत्रकारों से बात करते हुए बसु ने कहा कि भाजपा में कई लोग टीएमसी विधायक जितेंद्र तिवारी के पार्टी में शामिल होने के विरोध में थे. केंद्रीय मंत्री और आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो ने भी तिवारी को भाजपा में शामिल करने के खिलाफ सार्वजनिक बयान जारी किया था.