कृषि कानूनों पर बंटे किसान, 20 राज्‍यों के किसानों ने मंत्री को सौंपी समर्थन की चिठ्ठी – News18 हिंदी

देश के करीब 20 राज्योंी के किसानों ने आज कृषि कानूनों का समर्थन करते हुए अपने हस्ताेक्षर वाले पत्र कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को सौंपे. इस दौरान तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में 6 साल में काफी सुधार किए गए हैं. demo pic.

कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में 6 साल में काफी सुधार किए गए हैं. देश में दो परिस्थितियां हैं. किसानों का अधिकांश भाग इन कानूनों का समर्थन कर रहा है. आज सभी किसान चिंतकों की टोली आयी है. देशभर में कानून पास होने के बाद 3 लाख से ज्यादा किसानों के हस्ताक्षर मिले हैं.

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  • Last Updated:
    December 23, 2020, 4:08 PM IST
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नई दिल्‍ली. जहां एक तरफ तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में 40 से ज्‍यादा किसान संगठन पिछले 27 दिनों से आंदोलन पर बैठे हैं. वहीं किसानों का एक धड़ा कृषि कानूनों के पक्ष में उतर आया है. देश के करीब 20 राज्‍यों के किसानों ने आज कृषि कानूनों का समर्थन करते हुए अपने हस्‍ताक्षर वाला पत्र कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को सौंपा.

इस दौरान तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में 6 साल में काफी सुधार किए गए हैं. देश में दो परिस्थितियां हैं. किसानों का अधिकांश भाग इन कानूनों का समर्थन कर रहा है. आज सभी किसान चिंतकों की टोली आयी है. देशभर में कानून पास होने के बाद 3 लाख से ज्यादा किसानों के हस्ताक्षर मिले हैं.

इन पत्रों पर तीन लाख 13 हजार और 363 किसानों ने हस्‍ताक्षर किए हैं. इन किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानून पूरी तरह किसानों के हित में हैं. इसलिए वे इन कानूनों का समर्थन करते हैं.

बता दें कि कृषि कानूनों (New Agriculture laws) को रद्द कराने की मांग पर अड़े किसान संगठन (Kisan) आज केंद्र सरकार को अपना जवाब भेजने के लिए अंतिम रणनीति तय कर रहे हैं. इसके तहत किसान संगठन के नेताओं की दोपहर 2 बजे से सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर बैठक जारी है. इस बैठक में पंजाब के अलावा अन्‍य राज्‍यों के किसान नेता भी शामिल हैं.इस बैठक में शामिल कीर्ति किसान यूनियन के उपाध्‍यक्ष एवं किसान नेता राजिंदर सिंह ने न्‍यूज18 हिंदी को बातचीत में बताया कि मीटिंग 2 बजे से शुरू हो गई है, जिसमें पंजाब के प्रमुख किसान नेताओं के अलावा अन्‍य राज्‍यों के भी मुख्‍य किसान नेताओं ने शिरकत की है.

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