ओवैसी ने 5 टिकट हिंदू उम्मीदवारों को दिए थे. (फाइल फोटो)
Hyderabad Election: पिछले चुनाव से नतीजों की तुलना करें तो तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) का प्रदर्शन काफी खराब हुआ है. पिछले चुनाव में 99 सीटें जीतकर नगर निगम पर कब्जा करने वाली टीआरएस 55 सीटों पर आ गई है.
- News18Hindi
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Last Updated:
December 5, 2020, 3:20 PM IST
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हैदराबाद के इस चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी को किंगमेकर (Kingmaker) के तौर पर देखा जा रहा है. इस बार उन्होंने 51 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें से 10 फीसदी आरक्षण के तहत 5 टिकट हिंदू उम्मीदवारों को दिए थे. खास बात है कि AIMIM के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पुरानापुल वॉर्ड से सुन्नम राज मोहन, कारवन वॉर्ड से मांदागिरी स्वामी यादव और फलकनुमा वॉर्ड से के थारा भाई ने जीत का परचम लहराया है. जबकि, जामबाग वॉर्ड से जदाला रविंद्र और कुतुबुल्लापुर वॉर्ड से ई राजेश गौड़ को हार का मुंह देखना पड़ा.
BJP संभली TRS की हालत बिगड़ी
पिछले चुनाव से नतीजों की तुलना करें तो तेलंगाना राष्ट्र समिति का प्रदर्शन काफी खराब हुआ है. पिछले चुनाव में 99 सीटें जीतकर नगर निगम पर कब्जा करने वाली टीआरएस 55 सीटों पर आ गई है. जबकि, भारतीय जनता पार्टी ने लंबी छलांग लगाकर 48 सीटों के आंकड़े को छू लिया है. बीजेपी ने पिछले चुनाव में महज 4 सीटें जीती थीं. हालांकि, ओवैसी की पार्टी ने पिछला प्रदर्शन दोहराते हुए 44 सीटें जीती हैं. इस दौरान सबसे पतली हालत कांग्रेस की रही. पार्टी के खाते में केवल 2 सीटें आई हैं.
बीजेपी ने किया था मेगा प्रचार
नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस बार मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी. उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह खुद यहां प्रचार के लिए पहुंचे थे. तीनों बड़े नेताओं ने हैदराबाद में रोड शो और सभाएं की थीं. खास बात है कि बीजेपी की इस तैयारी को साल 2023 में तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है.