वैक्‍सीन लेने के बाद भी मंत्री अनिल विज हुए कोरोना पॉजिटिव, भारत बायोटेक ने बताई वजह – News18 हिंदी

भारत बायोटेक ने ICMR के साथ मिलकर COVAXIN तैयार की है.

बता दें कि ह वैक्‍सीन भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर तैयार की है. हरियाणा के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अनिल विज को 20 नवंबर को Covaxin की पहली डोज दी गई थी.

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  • Last Updated:
    December 5, 2020, 3:11 PM IST
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नई दिल्ली. कोरेाना वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) के ट्रायल के दौरान कोरोना का टीका लेने के 15 दिन बाद ही हरियाणा के गृह और स्‍वास्‍थ्‍‍‍य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से एक ओर जहां लोग हैरान हैं, वहीं वैक्सीन के असर को लेकर तमाम तरह के सवाल भी उठा रहे हैं. बता दें कि ह वैक्‍सीन भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर तैयार की है. हरियाणा के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अनिल विज को 20 नवंबर को Covaxin की पहली डोज दी गई थी.

कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी अनिल विज ने ट्विटर के जरिए दी. इसके साथ ही उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों से कोरोना जांच की अपील की है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वैक्‍सीन लेने के बाद भी विज को कोरोना कैसे हो गया. राजद ने तो इस मामले में वैक्‍सीन को ही धोखा बता दिया. राजद की ओर से कहा गया है कि हरियाणा के बड़बोले गृह मंत्री अनिल विज भारत बियोटेक की कोवैक्सीन लेने से हुए कोरोना पॉज़िटिव! भारत में कोरोना वैक्सीन अब मोदी जी का नया 15 लाख बन गया है! इंतज़ार सब कर रहे हैं पर धोखा ही मिल रहा है!

अनिल विज के कोरोना पॉजिटिव होने पर दिल्‍ली के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सत्‍येंद्र जैन ने कहा, मैं आशा करता हूं कि अनिल विज जी कोविड को हराकर जल्द स्वस्थ होंगे. कुछ दिन पहले ही उन्होंने वैक्सीन के तीसरे ट्रॉयल में वॉलंटियर किया था. मुझे उम्मीद हैं कि वैक्सीन को लेकर जो संदेह उत्तपन्न हुआ हैं, केंद्र सरकार उसका संज्ञान लेगी और आने वाली वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित और कारगर होगी. वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता पीयूष मिश्रा ने कहा, 15 दिन पहले Covaxin का टीका लगवाने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना पॉजिटिव! यह तो हद हो गई वैक्सीन भी जुमला निकली, अब तो वैक्सीन पर ही सवाल खड़े हो गए है?

भारत बायोटेक ने बताई ये बड़ी वजहइस सभी सवालों का जवाब देते हुए भारत बायोटेक ने कहा है कि, Covaxin के क्लिनिकल ट्रायल्‍स 2 डोज के शेड्यूल पर आधारित हैं. ये दोनों डोज किसी भी इंसान को 28 दिनों के अंतराल पर दिया जाता है. वैक्‍सीन की पहली डोज देने के 14 दिन के बाद देखा जाता है कि उसका असर कितना है. कंपनी के मुताबिक Covaxin को इस तरह डिजाइन किया गया है कि वह दोनों डोज मिलने के बाद असरदार होती है. फेज-3 ट्रायल्‍स डबल-ब्‍लाइंडेड और रैंडमाइज्‍ड हैं (जहां ट्रायल में शामिल) 50% पार्टिसिपेंट्स को वैक्‍सीन और 50% को प्‍लेसीओ दिया जाता है.

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