हाइलाइट्स:
- कश्मीर में आतंकियों के निशाने पर बीजेपी नेता, 6 महीने में 14 की हत्या
- कुलगाम में तीन बीजेपी नेताओं की हत्या, नए आतंकी संगठन का आया नाम
- 8 जुलाई को वसीम बारी मर्डर के बाद कई बीजेपी नेताओं ने दिया था इस्तीफा
- शोपियां में सरपंच निसार की हत्या के बाद आतंकियों ने दफना दिया था शव
गोविंद चौहान, श्रीनगर
कश्मीर में बीजेपी नेताओं को लगातार आतंकी निशाना बना रहे हैं। पिछले छह महीने के दौरान कश्मीर घाटी में आतंकियों ने 14 बीजेपी नेताओं की हत्या कर डाली है। इसमें दो आतंकी वारदातें ऐसी हैं, जब आतंकियों ने तीन-तीन नेताओं की जान ले ली। वसीम बारी और उसके भाई-पिता की हत्या के बाद कश्मीर में बीजेपी नेता दहशत में थे। पिछले छह महीने के दौरान हुई हत्या की वारदातों में सबसे ज्यादा हत्याएं अगस्त में हुई हैं। अगस्त में कश्मीर में पांच नेताओं की हत्या की गई, इनमें सरपंच भी शामिल हैं।
नए आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
सुरक्षा बलों की तरफ से इस बीच इन हत्याओं में शामिल आतंकियों को भी मार गिराया गया। लेकिन उसके बावजूद हत्याएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुवार को हुई हत्याओं से एक बार फिर से कश्मीर में बीजेपी नेता खौफ में हैं। पुलिस की तरफ से बार-बार सुरक्षा को पुख्ता करने का दावा किया गया लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। गुरुवार को कुलगाम में तीन नेताओं की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर में सक्रिय नए आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। इस संगठन का कश्मीर में इतना नाम नहीं है। लेकिन फिर भी इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने में आतंकी संगठन कैसे कामयाब हो गया, इस पर सुरक्षा एजेंसियां मंथन कर रही हैं।
पढ़ें: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में बड़ा आतंकी हमला, 3 बीजेपी नेताओं की हत्या
6 महीने में ये वारदातें
4 मई को अनंतनाग में अतल गुल मीर की हत्या।
30 जून को शोपियां में बीजेपी नेता गौहर बट की हत्या।
5 जुलाई को पुलवामा में शब्बीर बट की हत्या।
8 जुलाई को वसीम बारी उसके पिता और भाई की हत्या।
अगस्त के पहले हफ्ते में कुलगाम में सरपंच आरिफ अहमद शाह की हत्या।
7 अगस्त को काजीकुंड में सरपंच सज्जाद अहमद की हत्या।
10 अगस्त को बडगाम में हमीद नजर की हत्या।
19 अगस्त को सरपंच का अपहरण करके हत्या, शव शोपियां में 28 अगस्त को बरामद।
7 अक्टूबर को गांदरबल में बीजेपी नेता के घर पर आतंकी हमला, नेता बच गया लेकिन पीएसओ शहीद हुआ।
29 अक्टूबर को कुलगाम में तीन बीजेपी नेताओं की हत्या।
बीजेपी नेताओं ने दिया था इस्तीफा
कश्मीर में वसीम बारी की हत्या के बाद काफी नेताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया था। कश्मीर से कई नेताओं ने सोशल साइटों के माध्यम से अपना इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
नेताओं को सुरक्षित जगहों पर रखा
हालात को देखते हुए उस समय बीजेपी के प्रदेश के नेताओं की तरफ से गृह मंत्रालय के साथ बात की गई थी। पत्र लिखा गया, जिसमें कश्मीर में बीजेपी नेताओं की जान को खतरे की बात कही गई थी। उसके बाद श्रीनगर में नेताओं को कड़ी सुरक्षा के बीच में रखा गया था। करीब 500 नेताओं को कड़े सुरक्षा घेरे में रखा गया था। अब उस जगह से नेता वापस आ गए हैं।
आतंकियों ने दी थीं धमकियां
कश्मीर में आतंकियों की तरफ से बीजेपी नेताओं को को धमकियां दी गई थीं, इसमें उन्हें जान से मारने की बात कही गई थी। इसके बाद ही नेताओं का लगातार इस्तीफा देना शुरू हो गया था। नेताओं को विश्वास में रखने के लिए बीजेपी के बड़े नेताओं की तरफ से बयान जारी किए गए थे। कई नेताओं की सुरक्षा को बढ़ाया गया था।
एक सरपंच की हत्या करके दफनाया
आतंकियों ने कश्मीर के शोपियां इलाके में एक सरपंच निसार अहमद बट का 19 अगस्त को घर से अपहरण कर लिया था। उसके बाद हत्या कर दी गई थी। आतंकियों की तरफ से एक ऑडियो जारी किया गया था, जिसमें कहा गया कि उसकी तलाश करने की जरूरत नहीं है। सरपंच की हत्या करके उसे दफना दिया गया है। जिस तरह से सुरक्षाबल आतंकियों के साथ करते हैं, ठीक वैसे ही मारने के बाद दफना दिया गया। बाद में सरपंच का शव शोपियां के एक बाग से बरामद हुआ था।