एक शक्तिशाली भूकंप के कारण तुर्की के शहर इज़मिर में कई इमारतों के ज़मींदोज़ होने की ख़बरें मिल रही है. इज़मिर तुर्की की तीसरा सबसे बड़ा शहर है.
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक़ रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.0 मापी गई है और इससे तुर्की, एथेंस और ग्रीस प्रभावित हुए हैं.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार भूकंप के कारण अब तक चार लोगों की मौत हुई है जबकि 120 लोग घायल हुए हैं.
इज़मिर के मेयर के अनुसार अब तक 20 इमारतों के तबाह होने की ख़बर है.
हालांकि समाचार एजेसी रॉयटर्स के अनुसार तुर्की के गृहमंत्री सुलेमान सोयुलू का कहना है कि समुद्रतट पर बसे इज़मिर के दो ज़िलों में छह इमारतें तबाह हो गई हैं.
तुर्की के आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि राहत और बचाव दलों को भूकंप प्रभावित जगहों पर तुरंत भेज दिया गया है.
पत्रकार पॉयटर ज़ेलेव्स्की इज़मिर से चार घंटे की दूरी पर बसे शहर गुंदोगान में रहते हैं.
उन्होंने बीबीसी को बताया, “भूकंप के तेज़ झटके यहां भी महसूसल किए गए हैं. हमारा पूरी घर बुरी तरह कांपने लगा. मैंने और मेरी पत्नी ने बच्चे को पकड़ा और हम दौड़ कर घर से बाहर आ गए. हमारे पड़ोस में सभी लोग भी अपने-अपने घरों से बाहर आ गए थे. मुझे लगता है कि मैंने इसके बाद आफ्टरशॉक भी महसूस किया है.”
तुर्की के साथ ही ग्रीस के सामोस द्वीप में भी भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए हैं. यहां से भी भूकंप के कारण तबाही की ख़बरें आ रही हैं.
ग्रीस सरकार ने सामोस द्वीप में रहने वाले सभी 45,000 नागरिकों को समुद्रतट से दूर रहने की सलाह दी है.
भूकंप का केंद्र एजियर सागर में बताया जा रहा है. जानकार कहते हैं कि भूकंप के कारण सूनामी से इनकार नहीं किया जा सकता.
तुर्की ज़मीन के भीतर मौजूद बड़ी फॉल्ट लाइन के ऊपर बसा देश है और इस कारण इसकी गिनती उन देशों में होती है जहां सबसे अधिक भूकंप आते हैं.
अगस्त 1999 में इस्तांबुल के दक्षिणपूर्व में बसे शहर इज़मित में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था. इस भूकंप 17,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
साल 2011 में पूर्वी शहर वान में आए एक शक्तिशाली भूकंप ने पांच सौ लोगों की जान ले ली थी.