निकिता मर्डर केस: आरोपी के विधायक चाचा ने कहा- हत्या की वजह लव जिहाद नहीं, पर दोषी को मिलनी चाहिए सजा – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • हरियाणा के निकिता हत्याकांड में आरोपी के परिवार ने नकारे लव जिहाद के आरोप
  • आरोपी के विधायक चाचा ने कहा- जो भी दोषी है, उसे सजा मिलना जरूरी है
  • परिवार ने लव जिहाद का ऐंगल होने से किया इनकार, कहा- सभी धर्मों की करते हैं इज्जत
  • निकिता के परिवार का आरोप है कि तौसीफ ने कई बार धर्मपरिवर्तन कराने का दबाव बनाया

फरीदाबाद
हरियाणा के बल्लभगढ़ इलाके में छात्रा निकिता तोमर की हत्या के बाद मुख्य आरोपी के परिवार ने इस मामले में लव जिहाद का ऐंगल होने से इनकार किया है। आरोपी के चाचा और बीएसपी के विधायक जावेद ने कहा है कि इस मामले में लव जिहाद का कोई भी विषय नहीं है, लेकिन जो भी दोषी है उसे सजा मिलनी चाहिए। पूर्व में ऐसे आरोप लगाए गए हैं कि निकिता की हत्या तौसीफ नाम के लड़के ने की है, जो कि उसपर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था।

आरोपी के चाचा जो कि बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक भी हैं, उन्होंने कहा कि जहां तक धर्म परिवर्तन का मामला है, ये वो लोग करते होंगे जो धर्म के बारे में नहीं जानते हों। हम उस परिवार से ताल्लुक रखते हैं वहां हिंदू परिवार का ज्यादा सहयोग रखता है। मेरा परिवार सारे धर्मों की इज्जत करने वाला परिवार है। वो लोग जो कह रहे हैं वो सही है और उनमें गुस्सा है। मैं उनको गलत नहीं कह रहा। जो मुल्जिम है उसे सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि गलत काम करने वाला किसी का बेटा नहीं होता, वो सिर्फ एक अपराधी होता है।

निकिता मर्डर केस: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज बोले- बल्लभगढ़ की घटना में कांग्रेस का दबाव, SIT करेगी हर एंगल से जांच

आरोपी के दादा और चाचा कांग्रेस के नेता
सोमवार को बल्‍लभगढ़ में बीकॉम छात्रा निकिता तोमर की दिनदहाड़े हत्‍या कर दी गई थी। सीसीटीवी में दर्ज पूरी घटना जब सामने आई तो आरोपी के कांग्रेस विधायक का रिश्‍तेदार होने की बात पता चली। गिरफ्तार तौसीफ की उम्र 21 साल है। आरोपी फिजियोथैरेपी का कोर्स कर रहा है। दूसरा आरोपी रेहान मेवात का रहने वाला है। तौसीफ के दादा कबीर अहमद विधायक रह चुके हैं। उसके चाचा खुर्शीद अहमद हरियाणा के पूर्व मंत्री रहे हैं। नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद उसके चचेरे भाई हैं। परिवार का आरोप है कि तौसीफ ने कई बार निकिता पर धर्मपरिवर्तन कराने का दबाव बनाया था।

तौसीफ के घरवालों ने 2018 में दबाव बनाकर वापस कराया था केस
तौसीफ और निकिता दोनों फरीदाबाद के एक स्‍कूल में साथ पड़े थे। निकिता 12वीं की बोर्ड टॉपर्स में थी और सिविल सविर्सिज एग्‍जाम की तैयारी कर रही थी। 2018 में स्‍कूल खत्‍म होने के बाद दोनों अलग-अलग कॉलेज में पढ़ने लगे। पुलिस के अनुसार, उसी साल तौसीफ ने निकिता का अपहरण किया था। मामला दर्ज हुआ था लेकिन पंचायत के बाद वापस ले लिया गया। निकिता के परिवार का आरोप है कि उनपर तौसीफ के रिश्‍तेदारों ने दबाव बनाया था। नूंह में तौसीफ के परिवार का दबदबा है और निकिता के परिवार को भरोसा दिया गया था कि तौसीफ आगे कुछ नहीं करेगा।

Related posts