- जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बयान पर विवाद
- पीडीपी के तीन नेताओं टी.एस. बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफ़ा ने पार्टी से दिया इस्तीफा
- महबूबा मुफ्ती ने कहा था, ‘जब तक घाटी में आर्टिकल 370 के निरस्त प्रावधान दोबारा लागू नहीं हो जाते, वह कोई भी झंडा नहीं थामेंगी’
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती का तिरंगे को लेकर बयान देना भारी पड़ गया है। सोमवार को महबूबा मुफ्ती के बयान से नाराज पीडीपी के तीन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पीडीपी से इस्तीफा देने वाले तीन नेताओं टी.एस. बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफ़ा ने पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को पत्र भी लिखा है, जिसमें नेताओं ने उनके बयान पर नाराजगी जताई है। महबूबा मुफ्ती ने बीते दिनों बयान दिया था कि जब तक घाटी में आर्टिकल 370 के निरस्त प्रावधान दोबारा लागू नहीं हो जाते, वह कोई भी झंडा नहीं थामेंगी।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को लिखे पत्र में टी.एस. बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफ़ा ने कहा कि वे उनके कुछ कामों और बयानों, विशेष रूप से जो देशभक्ति की भावनाओं को आहत करते हैं की वजह से असहज महसूस कर रहे हैं।’ ऐसे स्थिति में उनका पार्टी में बने रहना मुश्किल है। इस कारण वे सब पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं।
बीजेपी कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन
महबूबा मुफ्ती के बयान से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जम्मू में सोमवार को पीडीपी के कार्यालय पर तिरंगा फहराकर अपना विरोध जताया। काफी संख्या में बीजेपी वर्कर्स पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने वहां जमकर नारेबाजी की।
PDP leaders TS Bajwa, Ved Mahajan & Hussain A Waffa resign from the party.In a letter to party pres Mehbooba Muft… https://t.co/zuQ6FNkktr
— ANI (@ANI) 1603711180000
लाल चौक पर तिरंगा फहराने की कोशिश
उधर, जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में सोमवार को तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं को उस वक्त हिरासत में ले लिया गया जब वे लाल चौक के क्लॉक टॉवर पर तिरंगा फहराने के लिए बढ़ रहे थे। कार्यकर्ता भारत माता की जय के नारे भी लगा रहे थे। स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी कुपवाड़ा यूनिट के कार्यकर्ता सोमवार को श्रीनगर के लाल चौक स्थित घंटाघर पहुंचे। उन्होंने वहां तिरंगा फहराने की कोशिश की, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए जाने के दौरान कार्यकर्ता ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे।