बेटे की जगह मोदी के पीएम बनने से सोनिया गांधी का दुख झलकता है: जावड़ेकर – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • अखबार में लेख लिखकर मोदी सरकार की आलोचना को लेकर बीजेपी का सोनिया पर पलटवार
  • प्रकाश जावडेकर ने कहा- सोनिया को अपने बेटे के बजाय मोदी के पीएम बनने का मलाल
  • जावडेकर ने कहा कि सोनिया का लेख पाखंड, बेटे के पीएम न बन पाने का झलकता है दुख
  • सोनिया ने एक अंग्रेजी अखबार में लिखे लेख में मोदी सरकार पर लोकतंत्र को खोखला करने का आरोप लगाया है

नई दिल्ली
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लेख के जरिए मोदी सरकार की आलोचना करते हुए लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी के खतरे में होने की बात कही तो केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने सोनिया गांधी के लेख को पाखंड बताया और कहा है कि बेटे के प्रधानमंत्री न बन पाने से सोनिया गांधी दुखीं हैं।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा, ‘सोनिया गांधी का आज का लेख एक पाखंड है। लोकतंत्र पर भाषण देकर, लोकतंत्र से चुने प्रधानमंत्री के, प्रतिमा का दहन करना यही वह पाखंड है। जनता ने उनके बेटे को प्रधानमंत्री की कुर्सी ना देकर एक गरीब, मगर मजबूत और निर्भय नेता को दी। इसका दु:ख इसमें झलकता है।’

कांग्रेस जितना ज्यादा पीएम से नफरत करेगी, उतना ही लोग मोदी को सपोर्ट करेंगे: जेपी नड्डा

जावडेकर ने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के शाहीन बाग आंदोलन को अनुचित ठहराने के बाद भी कांग्रेस उसका समर्थन कर रही है। मोदी सरकार ने वहा लाठी भी नहीं चलाई। आपने रामलीला मैदान में सोए प्रदर्शनकारियों को कैसे पीटा, भूल गए? लोग नहीं भूले!’

जावडेकर की यह प्रतिक्रिया, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के एक अखबार में प्रकाशित लेख पर आई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार में लोकतंत्र चरमरा रहा है। अभिव्यक्ति की आजादी को धीरे-धीरे खत्म करने की कोशिश हो रही है। असहमतियों को कुचला जा रहा है। जनता की आवाज उठाने वाली संस्थाओं को सरकार दबा रही है और साथ ही मौलिक अधिकारों का सरकार दमन कर रही है।

इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सोनिया गांधी पर पलटवार किया। नड्डा ने सिलसिलेवार ट्वीट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने लिखा, ‘हताशा और निर्लज्जता का मेल बहुत खतरनाक होता है। कांग्रेस में दोनों है। मां शिष्टता और लोकतंत्र पर खोखली और बड़ी-बड़ी बातें करती हैं और बेटा नफरत की राजनीति, गुस्सा, झूठ और आक्रामकता का सजीव प्रदर्शन करता है। भरपूर दोहरे मानदंड।’

नड्डा ने कहा, ‘गरीबी में जन्मे और बाद में प्रधानमंत्री बने शख्स के प्रति एक परिवार की गहरी निजी नफरत ऐतिहासिक है। वहीं, भारत के लोगों की तरफ से प्रधानमंत्री पर उमड़ा प्यार भी उतना ही ऐतिहासिक है। कांग्रेस के झूठ और नफरत जितना बढ़ेंगे, उतना ही ज्यादा लोग पीएम मोदी को सपोर्ट करेंगे।’
(एजेंसियों से इनपुट के साथ)

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