संघ की सालाना दशहरा रैली में बोल रहे थे संघ प्रमुख मोहन भागवत.
मोहन भागवत ने हर साल होने वाली संघ की वार्षिक रैली में सीएए, कोरोना वायरस, भारत-चीन सीमा विवाद जैसे कई मुद्दों पर बात की थी. उनके सीएए वाले बयान पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
- News18Hindi
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Last Updated:
October 25, 2020, 7:17 PM IST
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क्या है मामला?
संघ की सालाना दशहरा रैली में पहुंचे भागवत ने कहा था कि सीएए का मतलब किसी भी समुदाय का विरोध करना नहीं है. इस नए कानून का विरोध करने वाले लोग मुस्लिम भाइयों को गुमराह करना चाहते हैं. वे मुस्लिम भाइयों को बताना चाहते हैं कि इस कानून का मकसद मुस्लिम आबादी को काबू करना है. उन्होंने कहा कि सीएए का इस्तेमाल कर मौका परस्त लोग विरोध के जरिए संगठित हिंसा फैला रहे हैं.
ओवैसी का हमलाअपने ट्वीट में ओवैसी ने लिखा ‘हम बच्चे नहीं हैं, जिन्हें गुमराह किया जाए. बीजेपी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा कि सीएए+एनआरसी का करना क्या था. अगर यह मुस्लिमों के बारे में नहीं है, तो इसमें से धार्मिक संबंधी हर चीज को हटा दें. उन्होंने लिखा ‘यह याद रखें कि हम तब तक विरोध करते रहेंगे जब तक ऐसा एक भी कानून रहेगा, जो हमें हमारी भारतीयता साबित करने को कहेगा.’
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हम हर उस कानून का विरोध करेंगे, जो नागरिकता का आधार धर्म को बताएगा. उन्होंने लिखा ‘मैं कांग्रेस, आरजेडी और उनके हमशक्लों से भी यह कहना चाहता हूं कि आंदोलन के दौरान आपकी चुप्पी भूले नहीं हैं. जब बीजेपी नेता लोगों को सीमांचल घुसपैठिये कह रहे थे तो आरजेडी (RJD) और कांग्रेस (Congress) ने एक बार अपना मुंह नहीं खोला.’