बिहार में चुनावी हिंसा में 3 की मौत: समर्थक बनकर घूम रहे लोगों ने प्रत्याशी को गोली मारी, एक आरोपी को भीड़ … – Dainik Bhaskar

पटना19 मिनट पहले

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श्रीनारायण सिंह जनता दल राष्ट्रवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे।

शिवहर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे श्रीनारायण सिंह की शनिवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली लगने से एक समर्थक की भी मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि एक आरोपी भीड़ के हत्थे चढ़ गया और उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हालांकि, पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

श्रीनारायण सिंह जनता दल राष्ट्रवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। आरोपियों ने श्रीनारायण को तब गोली मारी, जब वे चुनाव प्रचार कर रहे थे। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि श्रीनारायण पुरनहिया इलाके के हथसार में प्रचार के लिए निकले थे। इसी दौरान समर्थक बनकर काफिले में चल रहे बाइक पर सवार दो लोगों ने उन पर गोलियां दागीं। सीतामढ़ी अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।

श्रीनारायण का आपराधिक इतिहास रहा है
श्रीनारायण सिंह पर 6 केस हैं। अवैध हथियार रखने के मामले में उन्हें दो साल की सजा भी हो चुकी है। वो शिवहर के नया गांव के निवासी थे। वो नयागांव पंचायत के मुखिया और डुमरी कटसरी से जिला परिषद के सदस्य भी रह चुके थे।

टिकट ना मिलने पर राजद छोड़ी
श्रीनारायण राजद के जिला उपाध्यक्ष थे। माना जा रहा था कि इस बार शिवहर से उन्हें राजद का उम्मीदवार बनाया जाएगा, लेकिन उनको टिकट नहीं मिला। इससे नाराज होकर श्रीनारायण सिंह ने राजद छोड़ दी और जनता दल राष्ट्रवादी की टिकट पर चुनाव में उतरे थे। ये पार्टी पूर्व सांसद रंजन यादव ने बनाई है, जो कभी लालू के करीबियों में थे और बाद में लालू यादव को ही पाटलीपुत्र लोकसभा सीट से हराया भी था।

किस पर लग रहे आरोप?
हत्या के पीछे दो वजहें सामने आ रही हैं। सहरसा के बाहुबली आनंद मोदन पर श्रीनारायण सिंह की हत्या का आरोप लग रहा है। कहा जा रहा है कि उनके बेटे चेतन आनंद को जिताने के लिए हत्या करवाई गई है। हालांकि, श्रीनारायण सिंह का भी आपराधिक इतिहास है और वो संतोष झा और मुकेश पाठक गैंग से भी संबंधित रहे हैं। दोनों के बीच कई बार दोस्ती और दुश्मनी हो चुकी है। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि हत्या के पीछे इस गैंग का भी हाथ हो सकता है।

शिवहर एसपी ने राजनीतिक रंजिश से इनकार किया
शिवहर एसपी संतोष कुमार के मुताबिक, श्रीनारायण सिंह का संबंध कई गैंगस्टरों से रहा है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच चल रही है। आगे की जांच के बाद ही पूरी असलियत सामने आएगी। उन्होंने इस मामले में किसी भी राजनीतिक रंजिश से इनकार किया है

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