पाकिस्‍तान का दावा, मोदी सरकार ने दिया था बातचीत का न्‍योता, वार्ता के लिए बताईं 5 शर्तें – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • इमरान खान सरकार ने दावा किया है कि मोदी सरकार ने उसे बातचीत का न्‍योता दिया था
  • पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के राष्‍ट्रीय सुरक्षा पर सलाहकार ने यह दावा किया है
  • मोइद यूसूफ ने कहा कि पाकिस्‍तान ने बातचीत शुरू करने से पहले 5 शर्ते रखी हैं

इस्‍लामाबाद
भारत और पाकिस्‍तान में चल रहे तनावपूर्ण संबंधों के बीच इमरान खान सरकार ने दावा किया है कि पिछले साल मोदी सरकार ने उसे बातचीत का न्‍योता दिया था। पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के राष्‍ट्रीय सुरक्षा पर सलाहकार मोइद युसूफ ने कहा कि पाकिस्‍तान ने कश्‍मीर समेत सभी लंबित मुद्दों पर भारत के साथ ‘सार्थक बातचीत’ शुरू करने से पहले 5 शर्ते रखी हैं। उन्‍होंने भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ पर पाकिस्‍तान में आतंकवाद फैलाने का भी आरोप लगाया।

पाकिस्‍तान का यह दावा ऐसे समय पर आया है जब भारत ने स्‍पष्‍ट किया है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते हैं। भारतीय न्‍यूज वेबसाइट ‘द वायर’ को द‍िए इंटरव्‍यू में मोइद ने कहा कि पाकिस्‍तान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंधों का इच्‍छुक है और सभी मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहता है। उन्‍होंने कहा कि भारत के साथ बातचीत शुरू करने से पहले पाकिस्‍तान की पांच शर्ते हैं।

मोइद ने 5 शर्तों के बारे में कहा कि भारत को कश्‍मीर के सभी राजनीतिक कैदियों को छोड़ना होगा, बंदी और रोक को हटाना होगा, गैर कश्‍मीरियों को बसने का अध‍िकार देने वाले कानून को खत्‍म करना होगा, मानवाधिकारों के कथित उल्‍लंघनों को बंद करना होगा और पाकिस्‍तान में कथित आतंकवाद को बंद करना होगा। उन्‍होंने दावा किया कि हाल के दिनों में भारत की ओर से पाकिस्‍तान को बातचीत के लिए संदेश मिले हैं।


रॉ पर पाकिस्‍तान में आतंकवाद फैलाने का भी आरोप लगाया
पाकिस्‍तानी पीएम के सलाहकार ने कहा कि पाकिस्‍तान नहीं चाहता है कि भारत दुनिया को केवल यह बताए कि सभी कुछ ठीक हो गया है और हर चीज पर सहमति बन गई है। उन्‍होंने कहा कि बातचीत के लिए माहौल बनाना होगा। इमरान के सलाहकार ने भारत की खुफिया एजेंसी रॉ पर पाकिस्‍तान में आतंकवाद फैलाने का गंभीर आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा, ‘पाकिस्‍तान के पास इस बात के सबूत हैं कि दिसंबर 2014 में पेशावर में हुए एपीएस आतंकी हमले की साजिश रॉ ने रची थी।’


मोइन ने कहा क‍ि भारत ने पाकिस्‍तान के पड़ोसी देशों के दूतावासों का इस्‍तेमाल ग्‍वादर, चीनी वाणिज्‍य दूतावास कराची और पाकिस्‍तानी स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर हमले के लिए किया। उन्‍होंने आरोप लगाया, ‘भारत ने 10 लाख डॉलर खर्च किए ताकि तहरीके तालिबान पाकिस्‍तान (TTP) के अफगानिस्‍तान में विभिन्‍न धड़ों में मर्जर हो जाए। बता दें कि जम्‍मू-कश्‍मीर में अनुच्‍छेद 370 के खात्‍मे के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी पाकिस्‍तानी अधिकारी ने भारत के साथ बातचीत को लेकर भारतीय मीडिया से बातचीत किया है।

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