भाजपा में शामिल होने पर बोलीं खुशबू सुंदर, पीएम मोदी के नेतृत्व से हूं प्रभावित – अमर उजाला

दक्षिण भारत मे कांग्रेस पार्टी का चर्चित चेहरा रहीं खुशबू सुंदर सोमवार को भाजपा में शामिल हो गई हैं। पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की। उन्होंने सोमवार को ही कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से हटा दिया था। उन्होंने 200 से ज्यादा दक्षिण भारतीय और बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है।

विज्ञापन

 

भाजपा में शामिल होने के बाद 50 साल की खुशबू ने कहा कि राष्ट्र के तौर पर अगर आगे बढ़ना है तो हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता की जरूरत है जो देश को सही दिशा में ले जा सकें। वहीं तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी ने कहा कि उनके कांग्रेस पार्टी छोड़ने से पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा।

तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के एस अलागिरी ने एक बयान में कहा कि वह जिस पार्टी में शामिल होने की मंशा रखती है उसको सुंदर के आने से कोई फायदा नहीं होगा और उनके इस्तीफे से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में उन्होंने कहा था, ‘पार्टी के अंदर शीर्ष स्तर पर कुछ लोग हैं जिनका जमीनी स्तर पर कोई संपर्क या सार्वजनिक पहचान नहीं है, वो अपनी बात थोप रहे हैं और मेरे जैसे लोग जो पार्टी के लिए गंभीरता से काम करना चाहते हैं, उन्हें पीछे किया जा रहा है और दबाया जा रहा है।’ वे 2014 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई थीं। सुंदर का भाजपा में आना पार्टी के लिए अच्छा मौका है क्योंकि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

यह भी पढ़ें- कौन हैं खुशबू सुंदर जिन्होंने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, अब थामा भाजपा का दामन

भाजपा की तमिलनाडु इकाई के सूत्रों ने उनके पार्टी में शामिल होने से पहले कहा था, ‘खुशबू तमिलनाडु में भाजपा की धारणा को बदल सकती हैं।’ बता दें कि लोकप्रिय अभिनेत्री अतीत में कई पार्टियों का हिस्सा रही हैं। 2010 में वे डीएमके में शामिल हुई थीं। तब राज्य में पार्टी सत्ता में थी। उस समय उन्होंने कहा था, ‘मुझे लगता है कि मैंने सही निर्णय लिया है। मुझे लोगों की सेवा करना बहुत पसंद है। मैं महिलाओं की भलाई के लिए काम करना चाहती हूं।’

हालांकि चार साल बाद जब उन्होंने डीएमके छोड़ी तो कहा था, ‘द्रमुक के लिए कड़ी मेहनत एक तरफा रास्ते की तरह था।’ उसी साल 2014 में सोनिया गांधी से मिलने के बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गईं। तब उन्होंने कहा था, ‘आखिरकार मैं अपने घर आ गई हूं। कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो भारत के लोगों के लिए अच्छा और देश को एकजुट कर सकती है।’ हालांकि कांग्रेस ने 2014 में उन्हें न तो लोकसभा का टिकट दिया और न ही उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया था।

केंद्र सरकार ने जब नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी तो कांग्रेस पार्टी ने इस नीति का विरोध किया था। वहीं, खुशबू सुंदर ने मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति का स्वागत किया। उन्होंने पार्टी लाइन से अलग जाने के लिए राहुल गांधी से ट्वीट कर माफी भी मांगी थी।

Related posts