बीजेपी का बंगाल मार्च : रिवॉल्वर लिए सिख शख्स के साथ धक्का-मुक्की और पगड़ी खींचे जाने के बाद मचा कोहराम – NDTV India

कोलकाता:

गुरुवार को कोलकाता में बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा एक सिख शख्स को जबरन हिरासत में लिए जाने का दृश्य सामने आने के बाद कोहराम मच गया है. बीजपी का आरोप है कि कोलकाता पुलिस ने बठिंडा के रहने वाले 43 वर्षीय सिख शख्स बलविंदर सिंह की पगड़ी खींच कर धार्मिक भावनाओं को आहत किया है. घटना हावड़ा मैदान इलाके की है.

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इस विवाद ने सोशल मीडिया पर भी तूल पकड़ लिया है, यहां तक कि क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैक करते हुए ट्वीट किया.

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बलविंदर सिंह के पास से 9 एमम की एक पिस्तौल भी जब्त की गई. हिरासत में लिए जाने के बाद उन्होंने पिस्तौल का लाइसेंस भी दिखाया जो कि अगले साल जनवरी तक मान्य है. बलविंदर सिंह भारतीय सेना का एक पूर्व सैनिक है जो कि राष्ट्रीय राइफल्स बटालियान में अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

हालांकि हावड़ा पुलिस के हवाले से कहा गया कि जानबूझ कर पगड़ी खींचे जाने का कोई इरादा नहीं था. लेकिन पुलिस के साथ बलविंदर सिंह की झड़प का वीडियो शुक्रवार को वायरल हो गया –  जिसमें दिख रहा है कि उनकी पगड़ी खींची गई और उनके जमीन पर गिर जाने के बाद भी पुलिस उन्हें पीटती रही. इसके बाद हंगामा हो गया.

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न केवल भाजपा नेताओं ने बल्कि श‍िरोमण‍ि अकाली दल ने भी ममता बनर्जी ने इसमें शामिल पुलिस वालों के ख‍िलाफ काड़ी कार्रवाई करने की अपील की है.

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बता दें कि गुरुवार को कोरोन से बचने के तमाम उपायों और सोशल डिस्टेंसिंग को दरकिनार करते हुए बंगाल सरकार के सचिवालय ‘नाबन्ना’ के बाहर सैकड़ों की संख्या में बीजेपी प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई. वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि पुलिस दंगारोधी वर्दी में है और आंसू गैस तथा वॉटर कैनन की मदद से पत्थर भेंकती भीड़ को तितर बितर करने की कोश‍िश कर रही है.

सरकार द्वारा बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगाए जाने के आदेश की अवहेलना करते हुए बीजेपी ने ‘नाबन्ना चलो’ मार्च का आयोजन किया था. बीजेपी युवा मोर्चा के नए अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जिसे राजधानी कोलकाता में पार्टी के शक्त‍ि प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा था.

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दोपहर के बाद, भाजपा ने तीन मार्च निकाले, जिनमें से सभी राज्य सचिवालय की ओर बढ़ रहे थे. उनमें से सबसे बड़ा जो कि मैदान से आगे बढ़ रहा था, का नेतृत्व तेजस्वी सूर्या कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों को बीच रास्ते में रोक दिया गया, जिससे नाराज भाजपा समर्थकों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. जब उन्होंने बैरिकेड्स को गिराने की कोश‍िश की तो पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे.

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