नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। Sushant Singh Rajput News: फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में एम्स के मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट सवालों के घेरे में आ गई है। एम्स पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इसके मद्देनजर एम्स प्रशासन ने इस मामले से किनारा कर लिया है। एम्स प्रशासन ने सोमवार शाम को अधिकारिक तौर पर बयान जारी कर कहा है कि सीबीआइ (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने सुशांत मामले में सीधे फॉरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधीर गुप्ता से मेडिकल राय मांगी थी।
मेडिकल बोर्ड ने सीबीआइ को सौंपी दी है रिपोर्ट
एम्स प्रशासन से सीबीआइ ने संपर्क नहीं किया था। इसलिए मेडिकल बोर्ड भी फॉरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष ने ही गठित किया गया था। मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट सीबीआइ को सौंप दी है। कानूनी मामला होने के कारण रिपोर्ट से संबंधित कोई भी जानकारी सीबाआइ से ही ली जा सकती है।
मौत का कारण आत्महत्या
एम्स की फॉरेंसिक मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में मौत का कारण आत्महत्या बताया है। गला दबाकर हत्या की आशंका को खारिज कर दिया है। डॉ. सुधीर गुप्ता ने इस बारे में बयान भी दिया था। मेडिकल रिपोर्ट में मुंबई के अस्पताल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सही ठहराया गया है।
शरीर पर नहीं मिले जख्म के निशान
इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सुशांत के शरीर पर किसी तह के जख्म के निशान नहीं मिले। उनके गले पर जो निशान था वह फांसी लगाने के कारण बना था। यह बात सामने आने से पहले 28 सितंबर को एम्स के फाॅरेंसिक डॉक्टरों की टीम व सीबीआइ के बीच बैठक हुई थी। इसमें डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के विश्लेषण व विसरा जांच की रिपोर्ट सीबीआइ को सौंपी थी। तब विसरा जांच में किसी तरह के जहर की पुष्टि नहीं हुई थी।
पेशेवर तरीके से हुुुई जांच
उस वक्त डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा था कि एम्स की फाॅरेंसिक टीम व सीबीआइ एक दूसरे की जांच के नतीजों से काफी हद तक सहमत हैं, लेकिन तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए कुछ कानूनी पहलुओं पर गौर करने की जरूरत है। उस दिन सीबीआइ ने बयान जारी कर कहा था कि सुशांत की मौत मामले में पेशेवर तरीके से जांच की जा रही है और अभी किसी भी पहलू को खारिज नहीं किया जा सकता है।
इसके पांचवें दिन मौत का कारण आत्महत्या बताया गया। इसके बाद अब डॉ. सुधीर गुप्ता का एक पुराना टेप सामने आया है जिसमें उन्होंने घटना के संदर्भ में कुछ सवाल खड़े किए थे। इस संदर्भ में सुधीर गुप्ता से बात करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं हो पाई। उन्होंने मैसेज का भी कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन मीडिया में चल रहे उनके बयान के अनुसार मेडिकल बोर्ड के सदस्य सभी सात डॉक्टरों ने सहमति से सुशांत की मौत का कारण आत्महत्या बताया है।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस