हाथरस कांड: ADG बोले- डेडबॉडी हो रही थी खराब, इसलिए घरवालों ने रात में अंतिम संस्कार की दी अनुमति – News18 हिंदी

यूपी के एडीजी (लॉ एंडा ऑर्डर) प्रशांत कुमार (Photo: ANI)

हाथरस कांड: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए गए हैं, परन्तु सत्य यही है कि परिवार की उपस्थिति और सहमति से (अंतिम संस्कार) कराया गया था. शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी.

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  • Last Updated:
    September 30, 2020, 5:43 PM IST
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हाथरस. उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) में कथित गैंगरेप और पीड़िता की हत्या के मामले में देश भर में सियासत गरमाई हुई है. विपक्ष लगातार योगी सरकार (Yogi Government) पर हमलावर है, वहीं आम जनता में भी इस जघन्य कांड को लेकर गुस्सा सोशल मीडिया पर दिखाई दे रहा है. मामले में ये भी आरोप लग रहे हैं कि पीड़ित परिवार की बिना अनुमति और उपस्थिति के पीड़िता के शव का पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया. हालांकि इस आरोप का हाथरस की पुलिस ने खंडन किया है. लेकिन अब मामल में प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) ने मोर्चा संभाल लिया है. उन्होंने न सिर्फ अंतिम संस्कार में परिवार की सहमति और उपस्थित का जिक्र किया है, बल्कि रात में अंतिम संस्कार का कारण भी बताया है.

एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि कल सुबह दिल्ली में पीड़िता की मृत्यु हो गई थी. देर रात पोस्टमॉर्टम के बाद जब शव पहुंचा तो परिवारवालों की सहमति से से और उनकी उपस्थिति में अंतिम संस्कार कराया गया था. कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए गए हैं, परन्तु सत्य यही है कि उनकी उपस्थिति से और सहमति से (अंतिम संस्कार) कराया गया था. शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी. एडीजी ने कहा कि डेड बॉडी भी खराब हो रही थी, इसलिए घर के लोगों ने सहमति जताई थी कि रात को ही कर देना उचित होगा.

मामले में अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है, आने के बाद स्थिति साफ हो पाएगी. एडीजी ने कहा कि घटनाक्रम पर नजर डालें तो ये घटना 14 सितंबर को हुई थी और मामले में शिकायत दर्ज की गई थी. इसके बाद 22 सितंबर को पीड़िता ने बताया कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है. मामले में धाराएं उसकी आधार पर जोड़ी गईं. अब चारों अभियुक्तों पर हत्या का केस भी जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है, जिसकी अगुवाई गृह सचिव भगवान स्वरूप कर रहे हैं. उनकी सहायता से एसपी स्तर की महिला अधिकारी समेत टीमें लगाई गई हैं. उन्होंने कहा कि अगर कहीं कोई चूक है तो एसआईटी उसका भी पता लगाएगी.

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