केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी का कोरोना से बुधवार को एम्स में निधन हो गया. वो 65 साल के थे.
11 सितंबर को कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. उन्होंने ख़ुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी.
उन्होंने ट्वीट किया था, “मेरी कोरोना रिपोर्ट आज पॉज़िटिव आई है. मैं अभी ठीक हूँ. डॉक्टरों से सलाह ले रहा हूँ. पिछले कुछ दिनों में जो लोग मेरे क़रीब संपर्क में आए वो अपनी सेहत का ख्याल रखें और किसी भी लक्षण के दिखने की हालत में अपना टेस्ट करवाएँ.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर ट्वीट कर कहा है, “श्री सुरेश अंगड़ी एक प्रतिबद्ध कार्यकर्ता थे जिन्होंने पार्टी को कर्नाटक में मज़बूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत की थी. वो एक समर्पित सांसद और प्रभावी मंत्री थे. सभी तबक़ों में उनकी सराहना की जाती थी. उनकी मृत्यु दुखदायी है. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार और दोस्तों के साथ है. ओम शांति.”
Shri Suresh Angadi was an exceptional Karyakarta, who worked hard to make the Party strong in Karnataka. He was a dedicated MP and effective Minister, admired across the spectrum. His demise is saddening. My thoughts are with his family and friends in this sad hour. Om Shanti. pic.twitter.com/2QDHQe0Pmj
— Narendra Modi (@narendramodi) September 23, 2020
पोस्ट Twitter समाप्त, 2
सुरेश अंगड़ी कर्नाटक से आते थे. सुरेश अंगड़ी चन्नबसप्पा कर्नाटक के बेलगाम से 17वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रालय में उन्हें रेल राज्य मंत्री का पदभार सौंपा गया था.
01 जून 1955 को सोमाव्वा और चन्नबसप्पा के घर जन्मे सुरेश अंगड़ी ने बेलगाम के एसएसएस समिति कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से स्नातक करने के बाद राजा लखमगौड़ा लॉ कॉलेज, बेलगाम से क़ानून की पढ़ाई की थी.
बीजेपी नेता अंगड़ी 1996 में पार्टी की बेलगाम ज़िला इकाई के उपाध्यक्ष बने और 1999 तक उस पद पर बने रहे. 2001 में उन्हें पार्टी की ज़िला इकाई का अध्यक्ष बनाया गया और 2004 में बेलागावी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने तक वो इसी पद पर बने रहे.
2004 में 14वीं लोकसभा में वो पहली बार सांसद बने. उस दौरान वित्त मंत्रालय की समिति और उपभोक्ता मामलों के लिए बनी समिति के सदस्य बने.
2009 में वो दूसरी और 2014 में वह लगातार तीसरी बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए.
2019 में चौथी बार लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद मोदी सरकार में उन्हें रेल राज्य मंत्री का पदभार सौंपा गया.