राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने पत्र लिखा है.
उपसभापति हरिवंश (Harivansh) ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को लिखे पत्र में कहा है, ’20 सितंबर को राज्यसभा में जो कुछ भी हुआ, उससे मैं पिछले दो दिनों से आत्मपीड़ा, आत्म तनाव और मानसिक वेदना में हूं. मैं पूरी रात सो नहीं पाया.’
- News18Hindi
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Last Updated:
September 22, 2020, 10:43 AM IST
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हरिवंश ने पत्र में लिखा है, ‘भगवान बुद्ध मेरे जीवन के प्रेरणास्रोत रहे हैं. बिहार की धरती पर ही आत्मज्ञान पानी वाले बुद्ध ने कहा था- आत्मदीपो भव:. मुझे लगा कि उच्च सदन के मर्यादित पीठ पर मेरे साथ जो अपमानजनक व्यवहार हुआ,उसके लिए मुझे एक दिन का उपवास करना चाहिए. शायद मेरे इस उपवास से सदन में इस तरह का आचरण करने वाले माननीय सदस्यों के अंदर आत्मशुद्धि का भाव जागृत हो जाए.’
यह भी पढ़ें: धरना दे रहे सांसदों को उपसभापति हरिवंश ने पिलाई चाय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- यही सिखाता है हमें बिहारउप सभापति ने पत्र में आगे लिखा, ‘मेरा यह उपवास इसी भावना से प्रेरित है. बिहार की धरती पर पैदा हुए राष्ट्रकवि दिनकर दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे. कल 23 सितंबर को उनकी जन्मतिथि है. आज यानी 22 सितंबर की सुबह से कल 23 सितंबर की सुबह तक मैं इस अवसर पर 24 घंटे का उपवास कर रहा हूं.’ उन्होंने कहा है कि कामकाज प्रभावित ना हो, इसलिए मैं उपवास के दौरान भी राज्यसभा के कामकाज में नियमित और सामान्य रूप से भाग लूंगा.
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उप सभापति ने पत्र में लिखा, ‘मेरा मानना है कि वर्तमान में हारा सदन प्रतिभावान और कमिटेड सदस्यों से भरा हुआ है. इस सदन में आदर्श सदन बनने की पूरी क्षमताएं हैं. ऐसा हमने हर बहस में देखा. पर महज एक सप्ताह में मेरा ऐसा आहत करने वाला कटु अनुभव होगा, कल्पना नहीं की थी.’ उप सभापति हरिवंश ने कहा है, ‘मेरे सामने 20 सितंबर को उच्च सदन में जो दृश्य हुआ, सदन व आसन की मर्यादा को अकल्पनीय क्षति पहुंची है. सदन के माननीय सदस्यों द्वारा लोकतंत्र के नाम पर हिंसक व्यवहार हुआ.’
बता दें कि संसद के मॉनसून सत्र के दौरान रविवार को राज्यसभा में कृषि विधेयकों पर काफी हंगामा देखने को मिला था. कुछ राज्यसभा सदस्यों ने उपसभापति हरिवंश के साथ अमर्यादित आचरण तक किया. इसके बाद 8 सांसदों को सोमवार को सभापति वेंकैया नायडू ने पहले हफ्ते भर और फिर पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया. ये सभी सांसद तब से संसद परिसर में बने महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठे हैं. वहीं बुधवार सुबह इन सांसदों से मिलने पहुंचे. इस दौरान वह उनके लिए चाय और नाश्ता भी लेकर आए. उनके इस आचरण की पीएम नरेंद्र मोदी ने भी तारीफ की है.