न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Mon, 21 Sep 2020 01:50 AM IST
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रास्ते में इनके कम ही जगह स्टॉप रखे जाएंगे। इसके चलते ये मूल ट्रेन से तकरीबन 2 से 3 घंटे पहले यात्रा पूरी कर लेंगी। इनके लिए टिकट बुकिंग 19 सितंबर की सुबह से शुरू की जा चुकी है।
अधिकारी के मुताबिक, इन ट्रेन को चलाने का निर्णय ज्यादा यात्री संख्या वाले मार्गों पर यात्रियों की वेटिंग लिस्ट के बोझ को कम करने के लिए किया गया है। क्लोन ट्रेन ज्यादातर उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, पंजाब, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के बीच चलेंगी।
इन ट्रेन में ज्यादातर डिब्ले थर्ड एसी के होंगे और इन्हें कम स्टेशनों पर रोककर ज्यादा तेज गति से चलाए जाने की योजना है। अधिकारी ने कहा, ये क्लोन ट्रेन उन यात्रियों के लिए बेहतरीन तोहफा साबित होंगी, जो आपातकालीन परिस्थितियों में यात्रा कर रहे हैं या अचानक कहीं जाने की योजना बना लेते हैं।
अधिकारी ने बताया कि यात्रा का समय कम करने के लिए इन ट्रेनों को सीमित स्टेशनों या केवल डिविजिनल मुख्यालय पर ही रोकने की योजना है। इन ट्रेनों के सफर को इस तरह से प्लान किया गया है कि ये तय समय से 2-3 घंटा पहले ही अपने गंतव्य पर पहुंच जाएंगी। हालांकि यह तय करने की जिम्मेदारी जोन अधिकारियों को दी गई है, जो मार्ग पर व्यस्तता और अन्य कामर्शियल गतिविधियों के बीच के समय को आंककर इनका संचालन करेंगे।
ऐसे में मूल ट्रेन से इनके सफर में 1 से 3-4 घंटे तक का समय कम लगेगा। बता दें कि क्लोन ट्रेन चलाने की घोषणा 2016 में ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कर दी थी, लेकिन रेलवे नेटवर्क पर भारी बोझ के कारण यह कवायद टल गई थी।