निलंबित सांसद संसद के अंदर गांधी स्टेच्यू के पास धरने पर बैठ गए हैं.
कांग्रेस (Congress) सहित दूसरे विपक्षी दलों का आरोप है कि जिस तरह कल उपसभापति ने विपक्ष द्वारा कृषि बिल (Agriculture Bills 2020) पर मतविभाजन की मांग को अस्वीकार किया, वो पूरी तरह असंवैधानिक है.
- News18Hindi
-
Last Updated:
September 21, 2020, 2:39 PM IST
- Share this:
निलंबित होने वाले सांसदों में डेरेक ओ’ब्रायन (तृणमूल कांग्रेस), संजय सिंह (आम आदमी पार्टी), राजू साटव (कांग्रेस), केके रागेश (सीपीआई-एम), रिपुण बोरा (कांग्रेस), डोला सेन (तृणमूल कांग्रेस), सैयद नासिर हुसैन (कांग्रेस), एलमाराम करीम (सीपीआई-एम). बीजेपी सांसद ने इनकी शिकायत की थी. जिसके बाद सभापति वैंकेया नायडू ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इन सांसदों के खिलाफ एक्शन लिया.
विपक्ष ने लगाए ये आरोप
इनके साथ ही दूसरे निलंबित सांसद भी संसद के अंदर गांधी स्टेच्यू के पास धरने पर बैठ गए हैं. कांग्रेस सहित दूसरे विपक्षी दलों का आरोप है कि जिस तरह कल उपसभापति ने विपक्ष द्वारा कृषि बिल पर मतविभाजन की मांग को अस्वीकार किया, वो पूरी तरह असंवैधानिक है. हंगामें के दौरान जिस तरह से मार्शल द्वारा सांसदों के साथ धक्कामुक्की और राज्यसभा TV की कार्रवाई को रोक दिया गया था, वो भी संसदीय मर्यादाओं के खिलाफ है.
विपक्ष ने लगाए ये आरोप
आगे पढ़ें
अविश्वास प्रस्ताव को बिना सुने-पढ़े खारिज करना असंवैधानिक
निलंबित सांसदों का ये भी आरोप है कि रविवार को 12 राजनीतिक दलों के 100 सांसदों द्वारा उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को आज बिना सुने खारिज किया गया. साथ ही सारा दोष विरोध कर रहे विपक्षी सांसदों पर डाल दिया गया. इससे साफ है कि मोदी सरकार संसद को संसदीय मर्यादाओं के अनुरूप नहीं चलाना चाहती. विपक्षी पार्टी ये भी आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार गुजरात मॉडल को अब संसद पर भी थोपना चाहती है.
अविश्वास प्रस्ताव को बिना सुने-पढ़े खारिज करना असंवैधानिक
आगे पढ़ें
आज राज्यसभा में क्या हुआ?
राज्यसभा में रविवार को किसान बिल पर बेहद नाटकीय ढंग से हंगामा करने वाले सांसदों को आज निलंबित किया गया है. सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन शुरू होते ही एक हफ्ते के निलंबन की घोषणा की. इसके बाद हंगामा हुआ तो सदन सुबह 10 बजे तक स्थगित कर दिया गया. दोबारा उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कार्यवाही शुरू कराई तो सस्पेंड हुए सांसद फिर नारेबाजी करते हुए वेल तक पहुंच गए. हरिवंश नारायण सिंह ने उनसे सदन से बाहर जाने को कहा, मगर वे नहीं माने. ऐसे में सभापति ने सभी 8 सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया है.
आज राज्यसभा में क्या हुआ?
आगे पढ़ें
राज्यसभा में कल क्या हुआ था?
दरअसल राज्यसभा में रविवार को दो महत्वपूर्ण किसान बिलों को सरकार ने भारी हंगामे के बीच पास करवा लिया. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने बेल में आ कर हंगामा किया. कुछ सांसदों ने डिप्टी स्पीकर की चेयर के सामने पहुंच कर बिल की प्रतियाँ फाड़ दीं और डिप्टी स्पीकर के माइक को भी पकड़ का उसे उखाड़ने की कोशिश की. इन सबकी वीडियो रिकॉर्डिंग संसदीय कार्य मंत्रालय के पास है. आज राज्यसभा में तीसरा किसान बिल रखा जाएगा.
राज्यसभा में कल क्या हुआ था?
आगे पढ़ें
कौन से बिल पर हुआ हंगामा?
विपक्षी दलों के हंगामे के बीच उच्च सदन ने रविवार को कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता एवं कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी दे दी. लोकसभा में इन दोनों विधेयकों को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है.
कौन से बिल पर हुआ हंगामा?
आगे पढ़ें