राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बगावत के बाद पहली बार गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और मुस्कुराए, लेकिन गले नहीं मिले। पिछली बार दोनों 20 जून को मिले थे। तीन दिन पहले ही पायलट की कांग्रेस से सुलह हुई और मंगलवार को वे और उनके 18 विधायक बाड़ेबंदी से निकलकर जयपुर लौट आए। पायलट और गहलोत की मुलाकात गहलोत के घर विधायक दल की बैठक से पहले हुई। इसमें शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र की स्ट्रैटजी पर चर्चा की जाएगी।
बैठक में गहलोत ने कहा- जो बातें हुई, सब भुला दें। हम इन 19 एमएलए के बिना भी बहुमत साबित कर देते, लेकिन वह खुशी नहीं होती। अपने तो अपने होते हैं। हम खुद विश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
हर विधायक की शिकायतें दूर की जाएगी। चाहें अभी मिल लें, चाहें तो बाद में।
सचिन पायलट की कांग्रेस से सुलह के बाद उनके गुट के विधायकों को भी राहत मिलनी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने पायलट खेमे के भंवरलाल शर्मा और विश्ववेंद्र सिंह का निलंबन वापस ले लिया है। हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल होने के आरोपों की वजह से दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई थी।
After a consultative discussion, the suspension of @INCRajasthan MLA Sh. Bhanwarlal Sharma ji and Sh. @vishvendrabtp ji is hereby revoked.
— Avinash Pande (@avinashpandeinc) August 13, 2020
मुख्यमंत्री ने कहा- गलतफहमियां भुलाकर आगे बढ़ने का समय
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फिर दोहराया है कि हमें फॉरगेट एंड फॉरगिव, आपस में भूलो, माफ करो और आगे बढ़ो की भावना के साथ डेमोक्रेसी को बचाने की लड़ाई में जुटना है। कांग्रेस की लड़ाई तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी की लीडरशिप में डेमोक्रेसी को बचाने की है। पिछले एक महीने में कांग्रेस में आपस में जो भी ना-इत्तेफाकी हुई है, उसे देश हित में, प्रदेश हित में, प्रदेशवासियों के हित में और लोकतंत्र के हित में भूल जाना चाहिए।
देश में चुनी हुई सरकारों को तोड़ने की साजिश चल रही: गहलोत
मुख्यमंत्री ने कहा है कि देश में चुनी हुई सरकारों को एक-एक कर तोड़ने की साजिश चल रही है। जांच एजेंसियों और ज्यूडिशियरी का गलत इस्तेमाल हो रहा है। ये डेमोक्रेसी को कमजोर करने का बहुत खतरनाक खेल है।
ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स, ज्यूडिशियरी का जो दुरूपयोग हो रहा है ये डेमोक्रेसी को कमजोर करने का बहुत डेंजरस गेम है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 13, 2020
अपडेट्स
- विधायक दल की मीटिंग में शामिल होने के लिए गहलोत गुट के विधायक फेयरमोंट होटल से रवाना होकर शाम 5 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे।
- विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में फेयरमोंट होटल में कांग्रेस नेताओं का मंथन हुआ। मीटिंग में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और राष्ट्रीय नेता अजय माकन मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि विधायक दल की मीटिंग से पहले ही गहलोत और पायलट की निजी मुलाकात हो सकती है।
- कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल जयपुर पहुंचे। वे विधायक दल की बैठक में मौजूद रहेंगे। प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन भी शामिल होंगे।
14 अगस्त से विधानसभा सत्र
गहलोत खेमे के विधायकों को बुधवार को जैसलमेर से जयपुर लौटने के बाद फिर से उसी होटल फेयरमोंट में ठहराया गया है, जहां से वे 31 जुलाई को गए थे। गहलोत गुट के विधायकों की तो अभी तक होटल में बाड़ेबंदी जारी है, लेकिन पायलट गुट के विधायक अपने-अपने घरों पर ही हैं। दो दिन पहले से ही पायलट गुट के सभी विधायक बाड़ेबंदी से निकल चुके हैं। एक महीने बाड़ेबंदी में रहने के बाद मंगलवार शाम वे जयपुर लौट आए थे। बुधवार शाम 7 बजे पायलट के सरकारी आवास पर विधायकों की मीटिंग भी हुई, जिसमें आगे की स्ट्रैटजी तय की गई। हालांकि, इसे अनौपचारिक मुलाकात बताया गया।
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Source: DainikBhaskar.com