अमेरिका में किसी इमारत के बाहर खड़ी सुदीक्षा भाटी. (फाइल फोटो)
सुदीक्षा भाटी के चाचा सतेंद्र भाटी (Satendra bhati) ने कहा कि 2 बुलेट पर सवार होकर मनचले उनका पीछ कर रहे थे. इस बात का अहसास सुदीक्षा को भी हो गया था. इसलिए उसने भी कहा था ये बुलेट वाले अपनी बाइक का पीछा कर रहे हैं.
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सतेंद्र भाटी ने कहा कि सड़क हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए और एंबुलेंस बुलाई गई. फिर हम दोनों को अस्पताल ले जाया गया. उन्होंने कहा कि मनचलों की वजह से ये हादसा हुआ है. ये कौन थे ये मैं नहीं जानता. सतेंद्र भाटी ने बताया कि मनचलों की गाड़ी पर जाट लिखा हुआ था. वे आसपास के गांव के ही होंगे. सतेंद्र भाटी ने बताया कि सुदीक्षा ने कहा था ये बुलेट वाले अपनी बाइक का पीछा कर रहे हैं.
सूचना प्राप्त हुई थी कि एक रोड एक्सीडेंट हुआ
अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि एक रोड एक्सीडेंट हुआ है. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि सुभीक्षा नाम की लड़की जो अपने भाई के साथ मामा के घर जा रही थी, रास्ते में उसका एक्सीडेंट हो गया. जब मौजूद लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि सामने से एक मोटरसाइकिल जा रही थी. उसने अचानक ब्रेक मारा और सुभीक्षा की बाइक जाकर उनकी बुलेट से टकरा गई. इससे जमीन पर गिरने से लड़की की मौत हो गई. अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि उस समय भाई ने या कसी ने छेड़छाड़ की बात नहीं बताई थी.शुरू से ही पढ़ाई में बेहद होशियार थीं सुदीक्षा
बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुदीक्षा भाटी ने अपनी मेहनत के बलबूते अमेरिका के बॉबसन कॉलेज से भारी-भरकम स्कॉलरशिप (लगभग 4 करोड़) हासिल की थी. सुदीक्षा ने 5वीं तक की पढ़ाई डेरी स्टनर गांव के प्राइमरी स्कूल से की थी. पढ़ाई में शुरू से ही अव्वल सुदीक्षा का चयन साल 2011 में विद्याज्ञान लीडरशिप एकेडमी स्कूल में कक्षा 6 के लिए हुआ. डेरी स्कनर गांव के रहने वाले चाय विक्रेता जितेंद्र भाटी की बेटी सुदीक्षा भाटी ने एचसीएल फाउंडेशन के स्कूल विद्या ज्ञान से आगे की पढ़ाई की. 2018 की सीबीएसई बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में सुदीक्षा ने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए. फिर सुदीक्षा को अमेरिका के बॉबसन कॉलेज से आगे की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप मिली.