राजस्‍थान के सियासी संकट पर बोले अजय माकन- लोगों का चुनाव से भरोसा उठ जाएगा, इस्‍तीफा दें गजेंद्र सिंह शेखावत – News18 हिंदी

अजय माकन ने साधा निशाना.

Rajasthan Political Crisis: कांग्रेस नेता अजय माकन (Ajay Maken) ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, संजय जैन, कांग्रेस के पूर्व विधायक भंवर लाल शर्मा समेत अन्य विधायक राजस्‍थान में विधायकों की खरीद फरोख्‍त में शामिल हैं.

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नई दिल्‍ली. राजस्थान (Rajasthan Political Crisis) में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच गुटबाजी के संकट को टालने के लिए कांग्रेस की ओर से केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर जयपुर भेजे गए अजय माकन (Ajay Maken) ने रविवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि अगर चुनी गई किसी सरकार को पैसे की ताकत से हटाया जाता है, तो यह जनादेश के साथ धोखा और लोकतंत्र की हत्या है. इससे लोगों का चुनाव के ऊपर से भरोसा उठ जाएगा. अजय माकन ने कांग्रेस की ओर से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh shekhawat) के इस्‍तीफे या उन्‍हें पद से हटाने की भी मांग की है.

इस दौरान कांग्रेस नेता अजय माकन ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, संजय जैन, कांग्रेस के पूर्व विधायक भंवर लाल शर्मा समेत अन्य विधायक राजस्‍थान में विधायकों की खरीद फरोख्‍त में शामिल हैं. उन्‍होंने कथित ऑडियो क्लिप का भी मुद्दा उठाया. अजय माकन ने कहा, ‘हमने ऑडियो टेप सुने, उसमें जिनकी आवाजें हैं उन्‍होंने भी वो टेप सुने. गजेंद्र सिंह शेखावत इस्‍तीफा क्‍यों नहीं दे रहे. ऑडियो टेप में उनकी भी आवाज है.’ माकन ने कहा कि अगर वह दोषी नहीं हैं तो उन्‍हें जांच में सहयोग करना चाहिए और अपनी आवाज के सैंपल देने चाहिए.

अजय माकन ने कहा, ‘हरियाणा सरकार भंवरलाल शर्मा, विश्वेंद्र सिंह की आवाज के नमूने लेने से राजस्थान पुलिस को क्यों रोक रही है. कांग्रेस ने ऑडियो क्लिप को लेकर उठे विवाद को समाप्त करने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से अपनी आवाज का नमूना देने को कहा है. अगर बीजेपी की कोई भूमिका नहीं है, तो केंद्र, हरियाणा सरकार, ईडी, आईटी विभाग बागी कांग्रेस विधायकों को सुरक्षा क्यों दे रहे हैं.’

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बीजेपी की ओर से ‘कांग्रेस पार्टी द्वारा की गई फोन टैपिंग’ की सीबीआई जांच की मांग पर माकन ने कहा, ‘सीबीआई के जरिये पार्टी को धमकी देने का कोई मतलब नहीं था और यह स्पष्ट था कि ऐसा करने से बीजेपी अधूरे अंशों की रक्षा करने की कोशिश कर रही थी. मतलब मौजूदा झगड़े में कई और शक्तिशाली लोग शामिल हैं.’

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