न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sun, 19 Jul 2020 11:16 AM IST
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कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ‘विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने के गंभीर आरोप लगे हैं। इसमें राजस्थान के विधायकों के साथ केंद्रीय मंत्री भी शामिल बताए जा रहे हैं। पुलिस की जांच चल रही है और एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है। इसमें रुकावट डालने के लिए भाजपा ने अपनी सुविधा के अनुसार सीबीआई जांच की मांग की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय भी सामने आ गया है। क्या मामले में क्लीनचिट देने के लिए जांच सीबीआई को दी जाएगी?’
Serious allegations of horse trading &toppling re various #Raj MLAs incl Central Minister. Police inquiry, FIR & Crl process on. To avoid completion of Crl process, #BJP conveniently demands #CBI. #MHA immly steps in. Wl hand over 2CBI to give clean chit & thwart truth!
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) July 19, 2020
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बता दें कि शनिवार रात को फोन टैपिंग के मामले में उस समय एक नया मोड़ आया जब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे जुड़े रिपोर्ट तलब की। मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से टैपिंग की रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि मंत्रालय ने राजस्थान में फोन टैपिंग कांड को काफी गंभीरता से लिया है और इसकी विस्तृत जांच की बात कही जा रही है। भाजपा ने इसे निजता का उल्लंघन बताया है।
राजस्थान सरकार ने जहां फोन टैपिंग मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। राज्य सरकार की तरफ से बनाए गए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने टैपिंग मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी की है। आरोपियों की आवाज के नमूने लिए जा रहे हैं ताकि उनका मिलान वायरल टेप से की जा सके। हालांकि आरोपियों ने अपनी आवाज के नमूने देने से मना कर दिया है।