गहलोत का तीखा वार, पार्टी को वापसी का इंतजार! क्या होगा पायलट का अगला कदम? – आज तक

  • राजस्थान में जारी है सियासी संकट
  • सचिन पायलट के एक्शन पर निगाहें

राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. सचिन पायलट की बगावत को चार दिन हो चुके हैं, उनके हाथ से उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का पद भी जा चुका है. इस बीच बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला है. वहीं, कांग्रेस को उम्मीद है कि सचिन पायलट वापस आएंगे, ऐसे में हर किसी की नज़र इस बात पर है कि उनका अगला कदम क्या होगा.

अशोक गहलोत ने किया तीखा वार

बुधवार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहली बार नाम लेकर सचिन पायलट पर तीखा हमला बोला. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां पर डिप्टी सीएम खुद ही डील कर रहा था, हमारे पास इसके सबूत हैं कि उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर डील की और पैसों की बात की थी. अशोक गहलोत ने कहा कि सिर्फ अंग्रेजी अच्छी बोलने से कोई नेता नहीं बन जाता.

पार्टी लगातार दे रही वापसी के संकेत!

एक तरफ अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर तीखा हमला बोला तो कांग्रेस की ओर से बार-बार सचिन पायलट को समझाया जा रहा है और वापसी के संकेत दिए जा रहे हैं.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से संदेश दिया गया कि अगर पायलट वापस आना चाहें तो आ सकते हैं, उनके अलावा रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सचिन पायलट अगर खुद को कांग्रेसी कहते हैं तो हरियाणा का होटल छोड़कर पार्टी के पास आ जाएं.

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अब क्या करेंगे सचिन पायलट?

अब हर किसी की नजरें सचिन पायलट पर टिकी हैं. क्योंकि सचिन पायलट बगावत करने के बाद से ही शांत हैं, हालांकि इंडिया टुडे मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में उन्होंने अपनी शिकायतों को बताया और कहा कि वो भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन नहीं करेंगे. ऐसे में अब इस बात का इंतजार है कि सचिन पायलट क्या करेंगे.

ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि पायलट अपनी अलग पार्टी बना सकते हैं. या फिर कांग्रेस आलाकमान के साथ बात करके एक बार फिर पार्टी का दामन थाम सकते हैं. सचिन पायलट की ओर से पहले 30 विधायकों के समर्थन का दावा किया गया था, हालांकि बाद में ये संख्या 15-20 के आसपास ही रही.

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