- लखीमपुर खीरी में भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ाई सुरक्षा
- जिले के बॉर्डर पर भी अलर्ट है और जांच की जा रही है
कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे के नेपाल भाग जाने की अटकलों के चलते लखीमपुर खीरी जिले में भारत नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विकास दुबे नेपाल भाग सकता है जिसके चलते लखीमपुर खीरी जिले में गौरीफंटा थाना क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमा पर सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है.
कानपुर मुठभेड़ में बड़ा खुलासा, विकास दुबे की कॉल डिटेल में कई पुलिसवालों के नंबर
लखीमपुर खीरी जिले की पुलिस अधीक्षक (एसपी) पूनम ने बताया कि अभी तक जो भी फोटो वायरल या सर्कुलेट हो रही हैं उनको लेकर एक सीओ को भारत-नेपाल सीमा पर भेज दिया गया और सतर्कता बढ़ा दी गई है.
लखीमपुर खीरी की एसपी पूनम ने बताया कि जिले की सभी सीमाएं पूरी तरीके से सील कर दी गई हैं. विशेष तौर पर हमारा जो नेपाल बॉर्डर है वहां पर हमने एक सीओ को भेजा हुआ है और सबको जो फोटोग्राफ सोशल मीडिया में आ चुके हैं उनको सर्कुलेट कर दिया गया है. सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. लखीमपुर खीरी जिले में भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
कई जिलों में पुलिस देती रही दबिश
बहरहाल, कानपुर शूटआउट के मामले में पुलिस शुक्रवार की पूरी रात छापेमारी करती रही. पुलिस की करीब 20 टीमें अलग अलग जिलों में दबिश देती रहीं. ये वो जगहें थीं, जहां पर विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचित रहते हैं. पुलिस ने इस मामले में 12 और लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है.
एक दर्जन लोगों से पूछताछ
पुलिस ने इन लोगों को मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर उठाया है. दरअसल इन लोगों से विकास दुबे की घटना से पहले पिछले 24 घंटों में बातचीत हुई थी. हैरानी की बात है कि विकास के कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों का नंबर भी आया है. जांच कर रही टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या रेड की सूचना विकास को किसी पुलिसवाले ने ही दी थी? अगर ऐसा पाया जाता है तो इस मामले में कुछ पुलिसवाले भी साजिश के आरोप में लपेटे में आ सकते हैं.
विकास दुबे पर 50 हजार का इनाम, मां बोली- बहुत गलत काम किया, मार दे पुलिस
जानकारी के मुताबिक पुलिस की जांच में आया है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोग़ा ने विकास को पुलिस के आने की जानकारी पहले दी थी. शक के घेरे में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड है. तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर उनसे पूछताछ की जा रही है.
कानपुर मामले मे चौबेपुर के एसओ की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है. जानकारी के मुताबिक एसओ विनय कुमार 1 जुलाई को शिकायतकर्ता राहुल तिवारी के साथ विकास दुबे के घर गया था. जहां विकास ने न सिर्फ़ राहुल तिवारी की जूतों से पिटाई की थी बल्कि एसओ के साथ भी हाथापाई की थी. इन लोगों के फोन भी छीन लिए गए थे. लेकिन एसओ ने ये बात अपने आला अधिकारियों को नहीं बताई.