पीएम मोदी ने अन्नदाता और करदाता की थपथपाई पीठ, कहा-नमन करता हूं – आज तक

  • गरीबों के लिए मुफ्त राशन योजना के विस्तार का ऐलान
  • किसानों और करदाताओं की वजह से गरीब संकट से लड़ रहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया. उस दौरान उन्होंने गरीबों के लिए मुफ्त राशन योजना को दीवाली-छठ तक बढ़ाने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री ने इसका श्रेय किसानों और करदाताओं को देते हुए कहा कि आपने देश का अन्न भंडार भरा है इसलिए आज गरीब का चूल्हा जल रहा है. आपने ईमानदारी से टैक्स भरा है, अपना दायित्व निभाया है इसलिए आज देश का गरीब संकट से मुकाबला कर पा रहा हैः

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे देश में एक राशनकार्ड पर काम किया जाएगा. आज अगर सरकार सबको राशन दे रही है तो उसका क्रेडिट अन्नदाता किसान औऱ दूसरा ईमानदार टैक्सपेयर को जाता है. मोदी ने कहा कि आज गरीब को, ज़रूरतमंद को, सरकार अगर मुफ्त अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय प्रमुख रूप से दो वर्गों को जाता है. हमारे देश के मेहनती किसान, हमारे अन्नदाता और करदाता.

कोरोना पर फुल कवरेज के लि‍ए यहां क्ल‍िक करें

मोदी ने कहा कि अब पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है, यानि एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड. इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा, जो रोज़गार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गांव छोड़कर के कहीं और जाते हैं.

कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें…

प्रधानमंत्री ने बताया कि इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाए. सरकार द्वारा इन पांच महीनों के लिए 80 करोड़ से ज्यादा भाई बहनों को 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा. साथ ही हर परिवार को हर महीने 1 किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा. इस योजना के विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे.

अपना ध्यान रखिए

संबोधन की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ते-लड़ते अब हम अनलॉक-2 में प्रवेश कर रहे हैं. हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं, जब सर्दी, जुखाम, बुखार जैसी बीमारी होती है. मेरी सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि अपना ध्यान रखिए.

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से लड़ते हुए अनलॉक 2 में प्रवेश कर रहे हैं. हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जहां सर्दी बुखार सब बढ़ जाता है. ऐसे समय सभी देशवासी अपना ख्याल रखें. दुनिया के देशों की तुलना में भारत बेहतर स्थिति में है. लॉकडाउन ने लाखों लोगों का जान बचाया है.

देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर? यहां क्लिक कर देखें

प्रधानमंत्री ने कहा कि लेकिन हम देख रहे हैं अनलॉक एक में लापरवाही बढ़ती जा रही है. दो गज दूरी, हाथ धोने को लेकर ज्यादा सतर्क थे लेकिन जब इसकी अधिक जरूरत है तो यह चिंता का अधिक कारण है. लॉकडाउन के समय नियमों का पालन किया गया. सरकारों को, नागरिकों को फिर से उसी तरीके की सतर्कता दिखाने की जरूरत है. कंटेनमेंट जोन पर फिर से ध्यान देना होगा. जो लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उन्हें रोकना होगा, टोकना होगा.

Related posts