चीन पर पीएम मोदी के न बोलने का मलाल, पर कांग्रेस को खुशी कि सोनिया गांधी की बात मानी – Navbharat Times

प्रधान से प्रधानमंत्री तक, कोई भी नियमों से ऊपर नहीं: मोदी

नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को देश को संबोधित किया। लगभग 17 मिनट के संक्षिप्त भाषण में पीएम मोदी ने कई बड़ी बातें कहीं। पीएम ने देशवासियों से हाथ जोड़कर कहा कि अब वक्त है जब आपको पहले से ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। पीएम मोदी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पहले लोगों ने बहुत सतर्कता दिखाई लेकिन जब अनलॉक शुरू हो गया तब लापरवाही साफ दिख रही है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने देश की 80 करोड़ जनता के लिए नवंबर महीने तक फ्री अनाज का ऐलान भी किया। कांग्रेस ने चीन मसले को लेकर भले ही पीएम पर कुछ न बोलने का आरोप लगाया हो, लेकिन पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना पर किया गया ऐलान उसको काफी पसंद आया।

राहुल गांधी ने किया हमला

काफी वक्त पहले से ही कांग्रेस चीन मसले पर केंद्र सरकार को घेरते आ रही है। आज भी पीएम मोदी के संबोधन के बाद राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में पीएम मोदी पर हमला बोला। लेकिन कांग्रेसियों को एक बात की खुशी है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अपील को मान लिया। कांग्रेस प्रवक्ता गोविंद बल्लभ पंत ने पीएम मोदी की तारीफ की।

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कोई भी नागरिक भूखा न रहे- सोनिया गांधी

दरअसल, 22 जून को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा था। उन्होंने अपने पत्र में मांग की थी कि सरकार मुफ्त खाद्यान्न के प्रावधान को तीन महीने की अवधि के लिए बढ़ा दे। दरअसल, लॉकडाउन के बाद सरकार ने मुफ्त में खाद्यान्न वितरण की घोषणा की थी, जिससे कोई भी नागरिक पैसे के अभाव में भूखा न रहे। इसकी अवधि समाप्त होने वाली है, जिसके बाद सोनिया गांधी ने इसको और बढ़ाने की मांग की थी।

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22 जून को ये पत्र लिखा था सोनिया गांधी ने

NBT

मुफ्त अनाज योजना को लेकर पत्र

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया था कि कोरोना महामारी के संकट एवं सख्त लॉकडाउन के कारण पैदा हुए हालात के मद्देनजर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत गरीबों को मुफ्त अनाज देने की मियाद अगले तीन महीने के लिए बढ़ाई जाए। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने फिर से इस मांग पर जोर दिया कि उन गरीब परिवारों को अस्थायी राशन कार्ड मुहैया कराए जाएं जो पीडीएस योजना से बाहर हैं।

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सोनिया गांधी की अपील

सोनिया ने कहा था, ‘तीन महीने के सख्त लॉकडाउन के कारण करोड़ों भारतीय नागरिकों के गरीबी की गिरफ्त में आ जाने का खतरा है। इसके विपरीत प्रभाव के कारण शहरी और ग्रामीण गरीबों के लिए खाद्य सुरक्षा का संकट पैदा हो गया है।’ उनके मुताबिक सरकार ने कोरोना संकट की शुरुआत के बाद कहा था कि खाद्य सुरक्षा कानून के तहत अप्रैल-जून की अवधि के दौरान हर महीने प्रति व्यक्ति पांच किलोग्राम अनाज मुफ्त दिया जाएगा। किसी केंद्रीय अथवा राज्य पीडीएस योजना के तहत कवर नहीं होने वाले प्रवासी श्रमिकों को भी मई एवं जून में भी पांच-पांच किलोग्राम अनाज देने की घोषणा की गई थी।

पीएम मोदी ने आज ये किया ऐलान

कोरोना काल में छठी बार देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए बड़ा ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की है कि मुफ्त अनाज देने की योजना अब अगले पांच महीनों तक जारी रहेगी। पीएम ने कहा कि त्योहारों का मौसम आ रहा है, जरूरतें और खर्चें बढ़ेंगे, ऐसे में सरकार ने फैसला किया है कि 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली योजना जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर में भी लागू रहेगी। सरकार द्वारा इन पांच महीनों के लिए 80 करोड़ से ज्यादा भाइयों-बहनों को 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा। साथ ही प्रत्येक परिवार को एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा।

क्यों जरूरी हो गया था ये ऐलान

कोरोना वायरस के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त पड़ा हुआ है। इसके कारण लाखों लोगों की नौकरी चली गई और सबसे ज्यादा इससे प्रभावित हुए प्रवासी मजदूर। लॉकडाउन के बाद फैक्ट्री, कंपनियां, मिल, कारखाने, होटल, रेस्टोरेंट और भी सभी तरह के व्यवसाओं पर पूरी तरह से ताला लटक गया जिसकी वजह से मजदूरों को वहां से अपने मूल स्थानों की ओर भागना पड़ा। अब इतनी जल्दी उनकी माली हालत में सुधार नहीं हो सकता। वहीं देश में अभी भी कई तरह की पाबंदियां लगी हुई हैं। जिसकी वजह से उन मजदूरों को अभी भी रोजगार की किल्लत हो रही है। अभी जब तक कोरोना की कोई दवा और वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक इस बीमारी को रोकना दूर की बात हो गई है।

पीएम मोदी और सोनिया गांधी (फाइल फोटो)
पीएम मोदी और सोनिया गांधी (फाइल फोटो)

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