मुंबई: साइक्लोन निसर्ग (Cyclone Nisarga) महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकरा गया है. तूफान मुंबई से सटे रायगढ़ जिले के अलीबाग के तट से टकराया है. अलीबाग और रत्नागिरी में तेज हवाओं के साथ ऊंची लहरें उठनी शुरू हो गई हैं. निसर्ग चक्रवात के मद्देनजर मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर वाहनों की आवाजाही को रोक दी गई है. साथ ही शाम सात बजे तक मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय टर्मिनस पर विमानों की लैंडिंग या टेकऑफ को रोक दिया गया है.
मुंबई में बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी है. कई इलाकों में पेड़ गिरने से वाहनों को नुकसान हुआ है. सड़कें ब्लॉक हो गई हैं. हालांकि कहा जा रहा है कि मुंबई में आने वाला चक्रवात 50 किलोमीटर दक्षिण में चला चला गया. इससे मुंबई पर इसका खतरा कम हुआ है.
#WATCH Tin roof atop a building in #Raigad blown away due to strong winds as #CycloneNisarga lands along #Maharashtra coast (Source: NDRF) pic.twitter.com/INlim5VG1c
— ANI (@ANI) June 3, 2020
उधर, तेज हवा और बारिश के चलते रायगढ़ जिले में कई जगहों पर मोबाइल नेटवर्क सेवा प्रभावित हुई है. चक्रवात निसर्ग से फिलहाल किसी तरह की जन हानि की खबर नहीं है. जो नुकसान हुआ है वो घरों की टिन की छत टूटने या पेड़ गिरने से गाड़ियों को नुकसान होने की खबरें हैं. पेड़ गिरने से कई रास्ते ब्लाक हो गए हैं. कई जगहों पर बिजली सेवा भी प्रभावित हुई है.
पुणे के पास पिंपरी चिंचवड में बारिश और तेज हवा की वजह से करीब 20 पेड़ टूट गए. पेड़ की चपेट में आने से कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं.
एनडीआरएफ की टीमें लगातार राहत कार्य में जुटी हैं. एनडीआरएफ के डीजी एस एन प्रधान ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात में निसर्ग चक्रवात के मद्देनजर एनडीआरएफ की 43 टीमें तैनात की गई हैं. इनमें से एनडीआरएफ की 21 टीमें महाराष्ट्र में चक्रवात प्रभावित इलाकों में तैनात हैं. चक्रवात के मद्देनजर एक लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है.