कोरोना से पीड़ित महाराष्ट्र-गुजरात पर आज कहर ढा सकता है तूफान निसर्ग – News18 हिंदी

नई दिल्‍ली. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चक्रवात निसर्ग (Cyclone Nisarga) के बुधवार दोपहर को प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के बाद महाराष्‍ट्र (Maharashtra) और दक्षिण गुजरात (Gujarat) पहुंचने का पूर्वानुमान जताया है. दोनों ही राज्‍य कोरोना वायरस (Coronavirus) से सर्वाधिक प्रभावित हैं. इस चक्रवाती तूफान के समय हवा की अधिकतम रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा होने का भी अनुमान जताया गया है. ऐसे में गुजरात और महाराष्‍ट्र के संभावित खतरे वाले स्‍थानों से करीब 1 लाख लोग सुरक्षित स्‍थान पर पहुंचाए जा रहे हैं. मछुआरों को समु्द्र में नहीं जाने और बंदरगाहों से चेतावनी संकेत देने को कहा गया है.

120 किमी प्रति घंटा की गति से चलेगी हवा
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार चक्रवाती तूफान तीन जून को भयंकर तूफान के रूप में हरिहरेश्वर और दमन (अलीबाग के समीप) के बीच उत्तरी महाराष्ट्र और समीप के दक्षिण गुजरात को पार करेगा और इस दौरान 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवा चलेगी जिसकी रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है. इसके साथ ही भयंकर बारिश भी होगी. विभाग के अनुसार इस चक्रवात का मुम्बई पर असर होगा.

11 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा तूफानमौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार रात को ये तूफान 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. मंगलवार रात को ये तूफान गोवा के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 280 किलोमीटर दूर था. जबकि मुंबई के तट से दक्षिण-पश्चिम में 490 किलोमीटर दूर था. इसके अलावा गुजरात के सूरत से इसकी दूरी 710 किलोमीटर है.

इस तूफान के दो जून की सुबह उत्तर की ओर बढ़ने की आशंका थी. उसके बाद ये उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ेगा और तीन जून शाम या रात को हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों को पार करेगा.

गुजरात में बचाव कार्य के लिए टीमें तैनात
गुजरात सरकार चार तटीय जिलों के करीब 78 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है और एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की 19 टीमें तैनात की है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 13 टीमों और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की छह टीमों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है जबकि एनडीआरएफ की पांच और टीमें जल्द पहुंचेंगी.

गुजरात में 78,971 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा
गुजरात के राहत आयुक्त हर्षद पटेल ने गांधीनगर में पत्रकारों से कहा, ‘वलसाड, सूरत, नवसारी और भरुच जिलों में तट पर रह रहे 78,971 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि 1,727 गांवों को पहले ही खाली करा लिया गया है. पटेल ने बताया कि इन चार जिलों के तटीय इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए लोगों को रखने के लिए 140 इमारतों की पहचान अस्थायी आश्रय शिविर के तौर पर की गई है.

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते राहत टीमों के सदस्यों को व्यक्तिगत रक्षा उपकरण (पीपीई) किट उपलब्ध कराया गया है और उन्हें आश्रय गृहों में रहने वाले लोगों को मास्क मुहैया कराने, सामाजिक दूरी का अनुपालन कराने सहित सभी एहतियाती उपाय अपनाने के निर्देश दिए गए हैं.

सूरत से लगभग 670 किमी दूर है निसर्ग
इस बीच, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को संकेत दिया कि संभवत: चक्रवाती तूफान गुजरात के तट से नहीं टकराएगा. राज्य मौसम विभाग केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने कहा कि हालांकि इसका प्रभाव तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी वर्षा के रूप में सामने आ सकता है. मौसम विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार, पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में सूरत से लगभग 670 किमी दूर है और यह अगले छह घंटों में एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है.

पीएम मोदी रख रहे हैं नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘निसर्ग’ के मद्देनजर मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बात की और उन्हें पूरी मदद का भरोसा दिया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, इस चक्रवात के बुधवार देर शाम तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों तक पहुंचने का अनुमान है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि मोदी ने दमन, दीव, दादरा और नागर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के पटेल से भी बात की.

प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत के पश्चिमी तट पर चक्रवात के हालात के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया.’ उन्होंने कहा, ‘मैं सभी लोगों की कुशलता के लिए प्रार्थना कर रहा हूं. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे हरसंभव ऐहतियात और सावधानियां बरतें.’

मुंबई में नौसेना तैनात
चक्रवात निसर्ग के कारण उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिए पश्चिम नौसेना कमान ने अपनी सभी टीमों को सतर्क कर दिया है. रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान बुधवार को महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट को पार कर सकता है. अधिकारी ने बताया कि नौसेना ने पांच बाढ़ टीम और तीन गोताखोरों की टीम को मुंबई में तैयार रखा है.

 

पालघर से 21 हजार लोग सुरक्षित स्‍थान पर पहुंचाए गए
चक्रवात निसर्ग के मद्देनजर महाराष्ट्र के पालघर जिले के गांवों से 21 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इस तूफान के तीन जून को राज्य के पश्चिमी तट से टकराने की संभावना है. जिलाधिकारी कैलास शिन्दे ने मंगलवार को बताया कि वसई, पालघर, दहानु और तालासरी तालुकाओं के 21,080 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

महाराष्‍ट्र में NDRF की 16 टीम
महाराष्ट्र में अब तक 6 स्टैंड बाय के साथ 16 टीमें भेजी जा रही हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि ‘निसर्ग’ चक्रवात के मद्देनजर राहत एवं बचाव अभियान के लिए राज्य में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 10 टीम तैनात की गई हैं. चक्रवात के बुधवार को महाराष्ट्र के पश्चिमी तट से टकराने की संभावना है.

महाराष्‍ट्र में कोरोना के 72300 मामले
महाराष्ट्र में कोविड-19 के 2287 नये मरीज सामने आने के बाद राज्य में मंगलवार को इस महामारी के मामले बढ़कर 72,300 हो गये जबकि 103 और मरीजों की मौत हो जाने के साथ ही इस बीमारी से अब तक 2465 लोगों की जान चली गयी. इन 103 मरीजों में 49 इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित मुम्बई के थे.

गुजरात में 17632 कोरोना केस
गुजरात में मंगलवार को कोविड-19 के 415 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या 17,632 तक पहुंच गई. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण से 29 मरीजों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 1,092 हो गया. मंगलवार को हुई 29 मौत में से अकेले अहमदाबाद में 24 मरीजों की जान गई.

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