कोरोना महामारी के बीच खाना बांट रहे युवक को हुआ भीख मांग रही लड़की से प्यार, कर ली शादी – Navbharat Times

कानपुर में खाना बांट रहे युवक ने भीख मांग रही लड़की से शादी की
हाइलाइट्स

  • कानपुर के अनिल और नीलम के लिए कोरोना वायरस 7 जन्मों तक एक दूसरे का साथ देने का बना गवाह
  • कानपुर में हुई यह शादी सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी, विवाह का वीडियो हो रहा खूब वायरल
  • करीब 45 दिनों तक अनिल, नीलम सहित दूसरे भिखारियों को पहुंचाता रहा खाना और दोनों के बीच फूट गया प्यार का अंकुर

प्रवीन मोहता, कानपुर

समय चक्र की चाल सचमुच कब क्या गुल खिला दे पता ही नहीं चलता। लॉकडाउन की बंदिशों के चलते जहां हजारों लोगों ने अपनी शादी की डेट टाल दी वहीं कानपुर में इसी लॉकडाउन की वजह से एक गरीब लाचार लड़की की शादी हो गई। गरीबी की वजह से फुटपाथ पर भिखारियों के साथ बैठी लड़की को जो युवक खाना बांटने आ रहा था उसी युवक ने उसकी मांग भरकर उसे अपनी दुल्हन बना लिया। कानपुर में हुई यह शादी मौजूदा समय में सोशल मीडिया की सुर्खियां बन गई है और विवाह का वीडियो खूब वायरल हो रहा है।

जानकारी के मुताबिक, कोरोना महामारी के बीच कानपुर के एक प्रॉपर्टी डीलर लालता प्रसाद की मुलाकात नीलम से हुई तो उन्होंने अपने ड्राइवर अनिल से कहा कि रोज नीलम समेत दूसरे गरीबों तक खाना पहुंचाएं। अनिल जब दिन में खाना बांटकर आता था तो नीलम की चर्चा प्रॉपर्टी डीलर से करता था। इस पर वह (लालता ) उसकी भावनाएं समझ गए उन्होंने उससे समझाया कि दिन में खाना तो तुम उसे दे आते हो रात में क्या खाएगी। इसके बाद अनिल रात में खुद खाना बनाकर कई दिनों तक नीलम को देने जाने लगा। इसके बाद लालता प्रसाद ने अनिल के पिता को शादी के लिए राजी किया और वरमाला की मंजिल तक दोनों को पहुंचा दिया। बुधवार को भगवान बुद्ध के आश्रम में नीलम की बेजान दुनिया आबाद हो गई। इस शादी में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए कई सामजिक लोगों ने शामिल होकर वर-वधु को आशीर्वाद दिया।

भीख मांग रही लड़की से युवक को हुआ प्यार, कर ली शादी
भीख मांग रही लड़की से युवक को हुआ प्यार, कर ली शादीकोरोना महामारी के बीच कानपुर में खाना बांट रहे युवक को भीख मांग रही लड़की से हुआ प्यार। बाद में दोनों ने शादी भी कर ली। कानपुर के अनिल और नीलम के लिए कोरोना वायरस 7 जन्मों तक एक दूसरे का साथ देने का गवाह बन गया है। कानपुर में हुई यह शादी सोशल मीडिया की सुर्खी बन गई है। विवाह का वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है।

नीलम के पिता नहीं, मां है पैरालिसिस से पीड़ित

बता दें कि नीलम के पिता नहीं हैं और मां पैरालिसिस से पीड़ित है। भाई और भाभी ने मारपीट कर घर से भगा दिया था। नीलम के पास गुजारा करने को कुछ था इसलिए वह लॉकडाउन में खाना लेने के लिए फुटपाथ पर भिखारियों के साथ खाने के लाइन में बैठती थी। अनिल अपने मालिक के साथ रोज सबको खाना देने आता था इसी दौरान अनिल को जब नीलम की मजबूरियों का पता चला तो उसे उससे प्यार हो गया फिर क्या भिखारी की लाइन निकलकर नीलम उसके सात जन्मो की हमसफ़र बन गई।

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