सेंट्रलाइज्ड AC में कोरोना का होता है ज्यादा खतरा, फिर रेलवे 12 मई से कैसे चलाएगी AC ट्रेनें? – Navbharat Times

ट्रेनों में सेंट्रलाइज्ड AC का प्रयोग होता है।

नीलकमल, पटना

भारतीय रेल (Indian railways) ने रविवार को कहा कि उसकी योजना 12 मई से चरणबद्ध तरीके से यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करने की है, और शुरुआत में चुनिंदा मार्गों पर 15 जोड़ी ट्रेनें (अप-एंड-डाउन मिलाकर 30 ट्रेनें) चलायी जाएंगी। साथ ही रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों में सीटें आरक्षित कराने वाले यात्रियों को प्रस्थान के समय से कम से कम एक घंटा पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा। भारतीय रेल (Indian railways) ने कहा कि शुरुआत में सभी 15 राजधानी ट्रेनों के मार्गों पर वातानुकुलित सेवाएं शुरु होंगी और उनका किराया सुपर-फास्ट ट्रेनों के समान होगा। रेलवे के इस ऐलान के साथ ही एक यात्रियों के मन में एक बड़ा सवाल उठ रहा है।

भारतीय रेलवे (Indian railways) ने कहा है कि 12 मई से शुरू होने वाली ट्रेनों में केवल राजधानी क्लॉस की एसी कोच वाली ट्रेनें चलेंगी। यहां आपको बता दें कि ट्रेन कोच में सेंट्रलाइज्ड एसी (Centralized AC) (वातानुकूलित) यूज होते हैं। एक्सपर्ट की राय में सेंट्रलाइज्ड एसी (Centralized AC) में मौजूद लोगों को कोरोना संक्रमण होने का खतरा ज्यादा होता है। डॉक्टरों का भी कहना है कि किसी भी संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉपलेट्स हवा के जरिए अगर सेंट्रलाइज्ड एसी (Centralized AC) तक पहुंचते हैं तो सेंट्रलाइज्ड एसी (Centralized AC) में मौजूद बाकी और लोगों को कोरोना संक्रमण होने का पूरा खतरा हो जाता है। ऐसे में यात्रियों के मन में सवाल है कि आखिर रेलवे एसी कोच में क्या इंतजाम करेगी जिससे लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके।

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वुहान में दिख चुका है सेंट्रलाइज्ड एसी का असर

चीन में एक व्यक्ति वुहान से 600 किलोमीटर दूर गोंनजोन जाता है, जिसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। रेस्टोरेंट्स में अपने साथ जितने लोगों के साथ खाना खाता है उन सभी 8 को कोरोना हो जाता है। रिसर्च में सामने आया कि सेंट्रलाइज्ड एसी (Centralized AC) वाले रेस्टोरेंट में एक ही जगह बैठने के कारण वुहान से आये व्यक्ति से बाकी सब संक्रमित हो गए।

इसी वजह से भारत के भी ज्यादातर अस्पतालों ने सेंट्रलाइज्ड एसी (Centralized AC) का इस्तेमाल बंद कर दिया गया है। खासकर उन अस्पतालों में सेंट्रलाइज्ड एसी (Centralized AC) पूरी तरह बंद है जहां कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं।

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15 रूटों पर चलेंगी ट्रेनें

मालूम हो कि विशेष ट्रेनों के रूप में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलेंगी और डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू-तवी को जाएंगी। कोविड-19 राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण 25 मार्च से ही सभी यात्री ट्रेन सेवाएं बंद हैं।

भारतीय रेल (Indian railways) का कहना है कि इन 15 जोड़ी ट्रेनों के बाद वह अन्य मार्गों पर भी विशेष ट्रेनें चलाएगी। उसका कहना है कि 20,000 डिब्बे कोविड-19 देखभाल केन्द्र के रूप में आरक्षित करने और प्रवासी श्रमिकों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रोजाना करीब 300 ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनें चलाने के लिए डिब्बे आरक्षित रखने के बाद कोचों की उपलब्धता के आधार पर अन्य मार्गों पर यात्री सेवाएं बहाल की जाएंगी। इन ट्रेनों में आरक्षण के लिए बुकिंग 11 मई शाम चार बजे से शुरू होगी।

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उसने कहा कि यात्रियों के लिए प्रस्थान बिंदु पर मास्क पहनना और स्वास्थ्य जांच अनिवार्य होगा, सिर्फ उन्हीं लोगों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी जिनमें वायरस से संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आएगा।

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