7 दिनों में दो बार भिड़ीं भारतीय और चीनी सेना, सिक्किम से पहले लद्दाख में भी हुई थी झड़प – Navbharat Times

भारतीय और चीनी सैनिक (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स

  • सिक्किम ही नहीं, लद्दाख में भी भारत और चीनी सेना में हुई झड़प
  • इस हफ्ते दो बार हुआ चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हुआ टकराव
  • नॉर्थ सिक्किम और ईस्ट लद्दाख में एलएसी के पास हुआ टकराव
  • नॉर्थ सिक्किम में शनिवार और ईस्ट लद्दाख में मंगलवार की रात हुआ टकराव

नई दिल्ली

भारत-चीन बॉर्डर पर भारतीय सैनिकों और चीन आर्मी के सैनिकों के बीच इस हफ्ते दो जगह टकराव हुआ। शनिवार को नॉर्थ सिक्किम में यह टकराव हुआ जिसे स्थानीय कमांड स्तर पर बातचीत से सुलझा लिया गया। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले 5 अप्रैल देर रात ईस्ट लद्दाख में दोनों तरफ के सैनिक आपस में भिड़े। चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई और पत्थरबाजी भी। इसमें दोनों तरफ के कुछ सैनिकों को हल्की चोटें भी आई हैं। स्थानीय कमांडर स्तर पर बातचीत से इस टकराव को खत्म किया गया।

सिक्किम में दोनों देशों के सैनिकों को लगी चोट

नॉर्थ सिक्किम में हुए टकराव के बारे में भारतीय सेना ने कहा कि वहां पर टकराव हुआ और दोनों तरफ के सैनिकों ने अग्रेसिव बिहेवियर दिखाया। दोनों ही तरफ से सैनिकों को कुछ चोटें भी आई हैं। सेना के मुताबिक स्थानीय कमांडर स्तर पर बातचीत करके दोनों सैनिकों के बीच यह टकराव खत्म किया गया। नॉर्थ सिक्किम में करीब 19000 फीट की ऊंचाई पर नाकु ला के पास शनिवार दोपहर बाद यह टकराव हुआ।

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लद्दाख में भी भारतीय-चीनी सीमा पर झड़प

सूत्रों के मुताबिक ईस्ट लद्दाख में 5 अप्रैल की रात को भारतीय और चीन सैनिकों के बीच टकराव हुआ। भारतीय सेना के एक अधिकारी ने मुताबिक क्योंकि बॉर्डर को लेकर दोनों देशों का अपना परसेप्शन है इसलिए लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर कई बार इस तरह के टकराव होते हैं। इन्हें स्थानीय कमांड स्तर पर ही वहां बातचीत कर सुलझा लिया जाता है।

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एलएसी पर 10 ऐसे पॉइंट्स जहां टकराव की संभावना

एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि भारत-चीन बॉर्डर यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर करीब 10 ऐसे पॉइंट्स हैं जहां फेसऑफ की संभावना रहती है। दोनों देशों की तरफ से यह तय किया गया है कि बॉर्डर पर विवाद न हो इसलिए कभी भी ऐसी स्थिति होने पर लोकल कमांडर मिलकर उन्हें सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए होने वाली मीटिंग की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ाई गई है।

सितंबर में भी भारतीय और चीनी सेना में हुआ था टकराव

पिछले साल सितंबर में भी लद्दाख में भारतीय सेना और चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के बीच टकराव हुआ। यह झड़प लद्दाख में पैंगोंग त्सो लेक के उत्तरी हिस्से में हुई। जुलाई 2018 में जुलाई में भी इंडियन आर्मी और चीन आर्मी की झड़प हो चुकी है। तब चीन आर्मी ने उत्तरी लद्दाख के बुर्तसे में अस्थाई झोपड़ियां बना ली थी जिसे फिर आईटीबीपी और आर्मी जवानों ने तोड़ दिया था। लद्दाख सेक्टर में करीब 465 किलोमीटर लंबी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) है।

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