गीतकार कुमार ने भास्कर के लिए लिखीं खास पंक्तियां, चंद लाइनों में बताई मां की महिमा

‘बेबी डॉल’ और ‘चिट्टियां कलाइयां’ जैसे सुपरहिट गानों के लेखक और सुप्रसिद्ध गीतकार कुमार ने मदर्स-डे के मौके पर कुछ पंक्तियां खासतौर पर दैनिक भास्कर के लिए लिखी हैं। जिनके माध्यम से उन्होंने मां की महिमा बताने की कोशिश की है।

कुमार पंजाब में जालंधर शहर के रहने वाले हैं और करीब 15 साल लंबे बॉलीवुड करियर में वे में 100 से ज्यादा फिल्मों के लिए गीत लिख चुके हैं। उनका असली नाम राकेश कुमार है।

मदर्स-डे पर कुमार की पंक्तियां…

“माँ संसार बनाती है
माँ संस्कार बनाती है।
लम्हा-लम्हा जोड़कर,
माँ परिवार बनाती है।

गलतियों पर डांटकर,
अच्छा-बुरा छांटकर,
एक बराबर की,
धूप-छांव बांटकर

माँ अपने बच्चों को समझदार बनाती है माँ…।

रब से जो पूछा
कोई माँ जैसा दूजा
रब ने कहा
माँ का रुतबा सबसे ऊंचा।

माँ ही तो दुनिया का आकार बनाती है माँ…”

द्वारा- कुमार

गीतकार कुमार ने बॉलीवुड के लिए कई हिट गाने लिखे हैं। वे अबतक 100 से ज्यादा फिल्मों के लिए गाने लिख चुके हैं।

Source: DainikBhaskar.com

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