न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 09 May 2020 01:13 PM IST
अमित शाह-ममता बनर्जी-अधीर रंजन चौधरी (फाइल फोटो)
– फोटो : PTI
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राज्य सरकार से नहीं मिल रहा अपेक्षित सहयोग: शाह
गृह मंत्री शाह ने शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे पत्र में कहा, ‘प्रवासियों को घर पहुंचने में मदद करने के लिए राज्य सरकार का सहयोग नहीं मिल रहा है। बंगाल सरकार राज्य में प्रवासियों को ट्रेन तक नहीं पहुंचने दे रही है। पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार ट्रेनों को पश्चिम बंगाल पहुंचने की अनुमति नहीं दे रही है। यह पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय है। यह उनके लिए और दिक्कतें खड़ी करेगा।’
गृह मंत्री आरोप साबित करें या माफी मांगें: टीएमसी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने पत्र को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से कहा कि या तो आरोप साबित करें या माफी मांगें। उन्होंने शाह के पत्र पर पलटवार करते हुए कहा कि गृह मंत्री हफ्तों तक चुप्पी साधने के बाद केवल झूठ से लोगों को गुमराह करने के लिए बोलते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘इस संकट के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में नाकाम रहे गृह मंत्री हफ्तों तक चुप्पी साधे रखने के बाद केवल झूठ बोल कर लोगों को गुमराह करने के लिए बोलते हैं। विडम्बना यह है कि वह ऐसे लोगों के बारे में बात कर रहे है जिन्हें सरकार ने उनकी किस्मत के सहारे छोड़ दिया। अमित शाह अपने झूठे आरोप साबित करें या माफी मांगें।’
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अमित शाह जी और राज्य मिलकर करें काम: अधीर रंजन चौधरी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मैंने एक दिन पहले गृह मंत्री से बात की थी। उन्होंने मुझे बताया था कि वह लगातार बंगाल सरकार से पूछ रहे हैं कि उन्हें प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए कितनीं ट्रेनों की जरूरत हैं लेकिन दो दिन पहले तक सरकार ने लिस्ट नहीं भेजी थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे आज पता चला कि राज्य सरकार ने आठ ट्रेनें मांगी हैं। मैं राज्य सरकार और अमित शाह जी से अपील करता हूं कि वे फंसे हुए मजदूरों को वापस लाने के लिए साथ मिलकर हर संभव प्रयास करें।’
कर्नाटक और गुजरात के मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखें शाह: कांग्रेस
कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखे जाने के बाद शनिवार को कहा कि शाह को ऐसा ही पत्र कर्नाटक और गुजरात के मुख्यमंत्रियों को भी लिखना चाहिए क्योंकि उनकी सरकारें मजदूरों को घर जाने से रोक रही हैं। पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने यह भी कहा कि केंद्र अथवा किसी भी राज्य सरकार को संकट के इस समय राजनीति नहीं करनी चाहिए तथा मजदूरों की मदद के लिए रणनीति बनाने पर जोर देना चाहिए।