लेह शर्निकॉफ. कोरोनावायरस के कारण लोग ऑफिस का काम घर से कर रहे हैं, लेकिन महामारी के कारण हालात बदलने से घर के माहौल में भी बदलाव आयाहै। ऑफिस के माहौल में काम करने के आदीलोग घर से ही काम को मजबूर हैं। ऐसे में उनके सामनेकई मुश्किलें भी आ रहीहैं। इसके अलावा अगरबच्चे हैं तो परेशानी और भी बढ़ जाती है। क्योंकि आप काम के दौरान न ही उनका ध्यान रख सकते हैं और न ही उनपर से एकदम से ध्यान हटा सकते हैं।
इकोनॉमिक डेवलपमेंट और हाउसिंग कॉर्डिनेटर डालिया एरेगन ने काम के दौरान अपनी तीन साल की बेटी को संभालने का अनुभव बताया। डालिया की बेटी अचानक उनके काम के बीच आ जाती है। हालांकि डालिया बेटी का ध्यान रखते हुए काम के बीच उसे टालने की कोशिश करती हैं। उनकी तरह ही कई लोग बच्चों के कारण अपनी जॉब के वक्त परेशानी उठा रहे होंगे। हालांकि कुछ उपाय हैं, जिनकी मदद से आप दोनों काम बेहतर ढंग से कर पाएंगे।
- बॉस से बात करें-अगर आपके घर में बच्चा है तो बजाए यह साबित करने के कि आप परेशान नहीं हैं, अपने मैनेजर या बॉस से सीधे बात करें। अटलांटा में एग्जीक्यूटिव कोच और कंस्लटेंट किम हैरिस ली बताती हैं कि आप उन्हें अपनी परेशानी के बारे में बता सकती हैं। हैरिस के मुताबिक इस बारे में बॉस से खुलकर बात करना ज्यादा अच्छा है।
- स्पष्ट रहें-हो सकता है कि आपके काम के बीच अचानक बच्चा रोने लगे या फिर कोई सवाल लेकर आ जाए। ऐसे में आप कामया वीडियो मीटिंग की शुरुआत में पहले ही स्पष्ट बता दें। 42 साल की चीफ स्ट्रेटेजी ऑफिसर तमिका बेकर बताती हैं किमैं नहीं चाहती कि लोग अपने बच्चों को लेकर तनाव में रहें।
- काम के वक्त की सभी को जानकारी दें-लॉकडाउन के कारण सभी के काम में फर्क आया है। अब लोग पहले की तरह निर्धारित वक्त में काम नहीं करते हैं। वॉशिंगटन में पब्लिक हाईस्कूल टीचर रेचल ब्रॉडी बताती के मुताबिक उन्होंने अपने काम और वक्त की जानकारी अपने बॉस को दे दी है। उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे कब फ्री रहेंगी। हालांकि यह तरीका सही नहीं है। रेचल ने अपनी 16 साल की बेटी का ध्यान रखने के लिए पति के साथ शिफ्ट बदल ली है।
- बच्चों को भी बोलने या साथ रहने का मौका दें- न्यूयॉर्क के बैंक स्ट्रीट कॉलेज ऑफ एजुकेशन में चिल्ड्रन प्रोग्राम की एसोसिएट डीन लॉरा गुआरीनो के मुताबिकबच्चे जल्दी घबरा जाते हैं और उन्हें पता लग जाता है कि आप उनपर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में गुआरीनो फैमिली मीटिंग में बच्चों को भी शामिल करने की सलाह देती हैं। मीटिंग में बच्चों को भी बोलने का मौका दें। बच्चों के साथ प्लान तैयार करें।
- बच्चों को बताएं कि आप काम कर रहे हैं- घर में काम करते वक्त बच्चों को यह बताकर रखें कि आप काम कर रहे हैं। इसके लिए आप कई तरीके अपना सकते हैं। बच्चों को बताएं की जब गेट बंद हों तो परेशान न करें। इसके अलावा घर में ऐसी निशानियां तैयार करें, जिन्हें देखकर बच्चे समझ जाएं कि आप काम कर रहे हैं। 52 साल के एमी पॉमिरंक ने घर पर फ्लेग सिस्टम चालू किया है। इसके मुताबिक जब बच्चों को झंडा दिख जाता है तो वे समझ जाते हैं कि इस समय डिस्टर्ब नहीं करना है।
- अपने लिए वक्त निकालें- पीएडी, थैरेपिस्ट और टॉकस्पेस में हेड ऑफ क्लीनिकल कंटेंट एमी सिर्बस बताती हैं किधैर्य और घबराहट को संभालने के लिए अपने लिए वक्त निकालना बेहद जरूरी है। सिर्बस के मुताबिक दिन में छोटे-छोटेब्रेक लें।
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Source: DainikBhaskar.com