आज होगा यूपी के सीएम योगी के पिता का अंतिम संस्कार – दैनिक जागरण

Publish Date:Tue, 21 Apr 2020 07:03 AM (IST)

ऋषिकेश, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार सुबह दिल्ली एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। उन्होंने सुबह करीब 10.45 बजे अंतिम सांस ली। आनंद सिंह बिष्ट का पार्थिव शरीर सोमवार शाम करीब सात बजे उनके पैतृक गांव पंचुर (जिला पौड़ी गढ़वाल) पहुंचा। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह पौड़ी के फूलचट्टी घाट पर किया जाएगा। उनके निधन से समूचा क्षेत्र शोक में डूब गया।

सुबह आठ बजे उनकी अंतिम यात्रा उनके पैतृक गांव से रवाना होगी। उनके निधन की सूचना के बाद से पंचूर सहित आसपास के गांव शोक में डूब गए। देर रात को उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी पंचूर पहुंच गए। एम्स दिल्ली में पिछले एक माह से भर्ती योगी आदित्यनाथ के पिता 88 वर्षीय आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार सुबह निधन हो गया था। एम्स दिल्ली से विशेष एंबुलेंस से उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पंचूर, यमकेश्वर के लिए रवाना किया गया। कोटद्वार के रास्ते पार्थिव शरीर शाम करीब सवा सात बजे उनके पैतृक आवास पर पहुंचा। वहां पहले से ही गांव के लोग और संगे संबंधी मौजूद थे।

थल नदी में दो हेलीपैड बनाए

आनंद सिंह बिष्ट के पैतृक गांव पंचूर के समीप थल नदी पर लोक निर्माण विभाग ने दो हेलीपैड बनाए हैं। पूर्व में संभावना थी कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचेंगे। लॉकडाउन को देखते हुए योगी आदित्यनाथ अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो रहे हैं। जिलाधिकारी पौड़ी धीरज सिंह गर्ब्‍यालय सहित अन्य अधिकारी भी गांव में व्यवस्था बनाने में जुटे हैं।

योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट को दी श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन की सूचना पर यमकेश्वर प्रखंड सहित तीर्थनगरी में शोक की लहर दौड़ गयी। विभिन्न लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। श्रद्धाजंलि देते हुए परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि आज हमने आंनद सिंह बिष्ट के रूप में एक जिम्मेदार पिता और एक महान विभूति को खो दिया हैं। योगी आदित्यनाथ के पिताजी का जाना उनके परिवार सहित परमार्थ परिवार तथा उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है।

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि राजकीय सेवा के बाद उत्तराखंड आंदोलन और समाज सेवा में अग्रणी रहे आनंद सिंह बिष्ट का निधन समाज के लिए बड़ी क्षति है। वहीं, ऋषिकेश महापौर अनीता ममगाईं ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि समाज सेवी आनंद सिंह बिष्ट का जाना समाज के लिए बड़ी क्षति है। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश महामंत्री डीएस गुसाईं  ने राज्य आंदोलन में सक्रिय रहे आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर शोक व्यक्त किया।

भरा पूरा परिवार छोड़ गए

आनंद सिंह बिष्ट अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। परिवार में उनकी पत्नी सावित्री देवी, सबसे बड़ी बेटी पुष्पा बडोली यमकेश्वर में है। कौशल्य कोटद्वार में और शशि पयाल कोठार यमकेश्वर में हैं। उनके बड़े पुत्र मानवेंद्र सिंह महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर हैं। उनसे छोटे योगी आदित्यनाथ हैं। उनके बाद शैलेंद्र सिंह बिष्ट सेना में सेवारत हैं तो सबसे छोटे महेंद्र सिंह बिष्ट इसी महाविद्यालय में कार्यरत हैं।

लिवर की बीमारी से थे पीड़ित

एम्स के अनुसार, उन्हें लंबे समय से लिवर की परेशानी थी। इधर, करीब एक माह से एम्स में उनका इलाज चल रहा था। 15 मार्च को एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाकर उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था। गैस्ट्रोलॉजी के डॉ. विनीज आहूजा के नेतृत्व में उनका इलाज चल रहा था। कुछ समय से उनकी हालत ज्यादा गंभीर थी। इस वजह से उन्हें आइसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। बताया जा रहा है कि वह किडनी की बीमारी से भी परेशान थे। इसके चलते उनका डायलिसिस चल रहा था। रविवार रात को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। सोमवार सुबह उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर ही उनके पैतृक निवास भेजने की तैयारी चल रही थी। इसी बीच उनका निधन हो गया।

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एक परिचय

  • नाम आनंद सिंह बिष्ट 
  • ग्राम-पंचुर, पौड़ी (उत्‍तराखंड)
  • उम्र लगभग 88
  • परिवार में पत्नी- श्रीमती सावत्री देवी
  • पुत्र – बड़ा मानेंद्र, योगी आदित्य नाथ (अजय सिंह बिष्ट), शैलेन्द्र मोहन, महेंद्र
  • एवम 3 पुत्रियां- पुष्पा देवी,कौशल्या देवी, शशि देवी।
  • आनंद सिंह बिष्ट वन विभाग में रेंजर के पद पर रहे। सेवा से रिटायर होने के बाद उन्‍होंने ट्रांसपोर्ट का संचालन भी किया। आनंद बिष्ट गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय विठ्यनी यमकेश्वर के संस्थापक अध्यक्ष 1997 से वर्तमान तक।

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Posted By: Sunil Negi

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