देश में कोरोना संक्रमण के चलते26 दिन के सख्त लॉकडाउन के बाद सोमवार से कुछ राहत दी गई। हालांकि, यह राहत उन्हीं इलाकों या शहरों को दी गई, जहां कोरोना के केस नहीं आए थे। राजस्थान सरकार ने लॉकडाउन की इस राहत को मॉडिफाइड लॉकडाउन का नाम दिया। वहीं, मध्यप्रदेश में आधे जिलों में ही लॉकडाउन की सख्ती से राहत मिली है जबकि,महाराष्ट्र में 26 जिलों में सख्त नियमों के साथ उद्योग-धंधों को शुरू करने की अनुमति दी गई। बिहार में लगभग सभी सरकारी ऑफिस खुल गए हैं। 9 राज्यों पर पहले दिन क्या स्थिति रही इस पर एक रिपोर्टः
हरियाणा: थर्मल स्क्रीनिंग करकेकिसानों को मंडी में एंट्री, कुछ जगह विरोध
कोरोना संकट के बीच हरियाणा में सोमवार को गेहूं की खरीद शुरू हुई। प्रदेश सरकार ने 1800 केंद्रों पर खरीद शुरू करवाई। पहले दिन 25 किसान सुबह और 25 किसान शाम को बुलाए गए थे। पूरे प्रदेश में 90 हजार किसानों को गेहूं लेकर बुलाया गया था, लेकिन किसान कम पहुंचे। मंडियों में थर्मल स्क्रीनिंग करके किसानों को एंट्री दी गई। उनके हाथ भी सैनिटाइज करवाए गए। वहीं, हिसार की आदमपुर मंडी में आढ़तियों ने विरोध किया। किसानों ने सरकार के नए नियम, जिसमें ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ के पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराने का विरोध किया। इसके अलावा सिरसा की डबवाली मंडी में भी आढ़तियों ने विरोध जताया। सभी सरकारी दफ्तर खुले थे। लेकिन, कामकाज नहीं हुआ।
मध्यप्रदेश: अशोकनगर में किसान फसल लेकर मंडी पहुंचे, जाम लगा
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की बेकाबू स्थिति के चलते प्रदेश के आधे हिस्से में कुछ राहत दी गई। वहीं, भोपाल-इंदौर जैसे हॉटस्पॉट को रियायत नहीं दी गई। लेकिन, जिन शहरों में रियायत दी गई ,वहां भी इसका ज्यादा असर नहीं रहा। ज्यादातर दुकानदार लॉकडाउन में ढील के नियमों को लेकर असमंजस के चलते नहीं खुली। उद्योग धंधे भी लगभग बंद रहे। अशोकनगर में बड़ी संख्या में किसान फसलों को लेकर मंडी लेकर पहुंच गए। इसके चलते वहां जाम लग गया। दरअसल, प्रशासन ने कहा था कि व्यापारी किसानों के पास जाकर फसल खरीदेंगे। लेकिन, कंफ्यूजन की स्थिति बन गई।
राजस्थान: पहले दिन नहीं दिखा मॉडिफाइड लॉकडाउन का असर, होटल-ढाबे और उद्योग सब बंद रहे
राजस्थान में सोमवार को मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू कर दिया गया। हालांकि, पहले दिन इसका असर देखने को नहीं मिला। जयपुर के राजापार्क क्षेत्र में कुछ युवक बिना वजह घूमते नजर आए। जब पुलिस ने उनसे अनुमतिके बारे में पूछा तो उनके पास किसी तरह की अनुमित नहीं थी। इसके बाद एसएचओ अरुण माच्या ने हाथ जोड़कर लोगों से घर जाने की अपील की।
जयपुर, अलवर, सीकर समेत अन्य शहरों में फैक्ट्रियां शुरू नहीं हुई। हाइवे में ढाबे और शहरों में भी होटल-रेस्टोरेंट बंद रहे। सरकार ने ढाबों और होटलों को होम डिलीवरी की अनुमति दी है। ज्यादातर ऑफिसों में भी सन्नाटा पसरा रहा। सरकार ने बाहर निकलने के लिए पास या आईकार्ड को अनिवार्य कर रखा है। ऐसे में दुकानदारोंमें भी असमंजस रहा, वह समझ ही नहीं पाए कि किस चीज की दुकान खोलनी है और किसकी नहीं खोलनी है। कुल मिलाकर ज्यादातर शहरों में मॉडिफाइड लॉकडाउन, लॉकडाउन जैसा ही रहा।
छत्तीसगढ़: बाजारों में उमड़ी भीड़, सड़कों पर आम दिनों की तरह दिखाट्रैफिक बढ़ा
रायपुर में सब्जी और किराना दुकानों को खोला गया। दोपहर बाद तक कुछ भीड़ कम जरूर हुई। मगर लॉकडाउन के अन्य दिनों के मुकाबले बाजार में भीड़ ज्यादा नजर आई। जिन इलाकों से अब तक शहर के मुख्य बाजारों तक आने के लिए लोगों को पुलिस की सख्त चेकिंग से होकर गुजरना पड़ रहा था, वहां आवागमन आसानी से होता दिखा। वहीं, धमतरी में अब तक के लॉकडाउन के बीच सोमवार को शहर ज्यादा भीड़ से भरा रहा। नेशनल हाईवे में आम दिनों की तरह भीड़ रही। कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक्स , मोबाइल की दुकानें भी खुल गई थीं। पुलिस के लोग भी सड़क पर नजर नहीं आ रहे थे। भिलाई में लॉकडाउन के दौरान कई क्षेत्रों में सोमवार को थोड़ी ढील दी गई है। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी बढ़ गई है। पुलिस सब्जी या किराना सामान लेकर आने-जाने वालों के मास्क भी चेक कर रही है।
झारखंड: जमशेदपुर की सड़कों पर रोज जैसा दिखा नजारा
झारखंड में लॉकडाउन में ढील के बाद सोमवार को जमशेदपुर के मानगो पुर पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। उधर, सोनारी, कदमा सहित कई सब्जी मंडियों में भी भीड़ उमड़ी, लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया। इसकी सूचना के बाद बाजार पहुंची पुलिस ने एहतियात के तौर पर बाजार को बंद करा दिया गया। उधर, मालवाहक वाहनों के आवागमन से रोक हटा ली गई है। एनएचएआई ने भी राज्य के टोल प्लाजा पर टोल टैक्स की वसूली शुरू कर दी है।
रांची के ओरमांझी स्थित चुटू टोल प्लाजा पर लॉकडाउन में ढील का असर दिखने लगा है। यहां मालवाहक वाहनों का आवागमन शुरू हो चुका है। रांची के मांडर प्रखंड अंतर्गत बरगड़ी पंचायत में मनरेगा के तहत सिंचाई कूप की योजना में मजदूरों द्वारा नाक-मुंह को मास्क/गमछेसे ढ़ककर, हाथ की सफाई के साथ और सोशल डिस्टेंसिग का अनुपालन करते हुए कार्य शुरूकिया गया। राज्य में सरकारी कार्यालय खोले गए और वहां कर्मचारी भी पहुंचे।
महाराष्ट्र: सख्त नियमों के साथ26 शहरों को राहत, टोल प्लाजा पर लगी वाहनों की कतारें
महाराष्ट्र में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले 26 शहरों में छोटे उद्योग और कृषि कार्य फिर से शुरू हुए। हालांकि, पहला दिन होने के कारण फैक्ट्री में भीड़ न के बराबर नजर आई। वहीं, सरकार ने सोमवार से टोल टैक्स कलेक्शन भी शुरूकर दिया है। इसके बाद मुंबई में वाशी टोल प्लाजा के पास कई किलोमीटर तक का जाम नजर आया। यहां लोगो सोशल डिस्टेंसिंग के नियम तोड़ते हुए नजर आए। ऐसा ही एक नजारा नागपुर में बोरखेड़ी टोल प्लाजा पर भी देखने को मिला। सरकार ने खेती से जुड़े सभी सभी उद्योग धंधों को काम करने की अनुमति दी है। हालांकि, पहले दिन कहीं भी कुछ नजर नहीं आया। फैक्ट्रियां बंद रहीं। उद्योगपतियों का कहना है कि दो से तीन दिन में कुछ स्थितियां बन पाएगी की फैक्ट्रियों को शुरू किया जा सके।
बिहार: पटना मेंसरकारी दफ्तर खुले; एक तिहाई कर्मचारी पहुंचे, हो रहा सिर्फ जरूरी काम
बिहार में सीवान को छोड़कर सोमवार को पूरे बिहार में लॉकडाउन से थोड़ी छूट मिली। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में पहले की तरह कर्फ्यू जैसी स्थिति है। पटना में ऑफिस में प्रवेश से पहले कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए अभी एक तिहाई कर्मचारी को बुलाया जा रहा है। बिहार सरकार लॉकडाउन से सबसे अधिक प्रभावित मजदूरों को काम देने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। पटना में आर ब्लॉक-दीघा सिक्स लेन हाईवे का निर्माण कार्य शुरू हो गया। इसके साथ ही निर्माण से जुड़ी कई अन्य परियोजनाओं को काम शुरू हुआ। पथ निर्माण विभाग जल्द ही रूके हुए 300 परियोजनाओं पर काम शुरू करने जा रहा है। इसी तरह जल संरक्षण और लघु सिंचाई की 1400 परियोजनाओं पर काम शुरू हो गया है। इससे ग्रामीण इलाके में मजदूरों को काम मिला है। ईंट भट्टोंमें भी काम शुरू हो गया है। हालांकि, लॉकडाउन में मिली छूट का गलत फायदा कुछ दुकानदारों ने उठाया। पटना के राजीव नगर से लेकर इंद्रपुरी तक कई गैर जरूरी सामान की दुकानें खुली मिली। इनमें कपड़े, स्टेशनरी, ड्राइ क्लीनर्स, हार्डवेयर और बिजली के सामान की कुछ दुकानें शामिल हैं।
पंजाब: सख्ती बरकरार, लुधियाना में दुकान खोलने पर छह के खिलाफ केस
केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक, कुछ राज्यों में सोमवार से कुछ सेक्टर्स में सशर्त कामकाज की छूट दी गई है।लेकिन, पंजाब में ऐसा नहीं है। खेती और प्रवासी मजदूरों के रहने-खाने की व्यवस्था की शर्त के साथ पहले से जोइंडस्ट्रीज खुली हैं, उनको छोड़कर अन्य किसी जगहढील नहीं दी गई। पुलिस लोगों से नियमों के पालन की अपील कर रही है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।लुधियाना जिले के कस्बा खन्ना में सोमवार सुबह हार्डवेयर और स्टेशनरी की कुछ दुकान खुलीं। पुलिस ने इन्हें बंद कराया।जरूरी सामान वाले भी होम डिलीवरी की बजाए दुकान पर ही सामान बेच रहे थे। एसएचओ कुलजिंदर सिंह के मुताबिक, यहां से भीड़ हटाने के बाद6 दुकानदारों के खिलाफ कर्फ्यूउल्लंघन काकेस दर्ज किया गया है।
उत्तरप्रदेश:27वें दिन सरकारी दफ्तरों में पहुंचे 33 फीसदी कर्मचारी
सोमवार को उत्तर प्रदेश के 56 जिलों में लॉकडाउन में आंशिक छूट दी गई। जबकि, 19 जिलों में 10 से अधिक कोरोनावायरस के केस होने के चलते छूट का फैसला डीएम पर छोड़ा गया था। इसी के साथ सोमवार को लखनऊ में सचिवालय खुल गया। जिलों में भी सरकारी दफ्तर खुल गए। लेकिन 33 फीसदी कर्मी ही पहुंचे। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए काम निपटाया गया। वहीं, हाईवे परियोजनाओं पर भी काम शुरू हो गया है। लॉकडाउन में छूट की खबर पाकर कई जिलों में लोग सड़क पर निकल पड़े तो पुलिस ने उन्हें सबक सिखाया है।
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Source: DainikBhaskar.com