Coronavirus Update: झारखंड में कोरोना का दूसरा मरीज मिला, हजारीबाग का है रहने वाला – दैनिक जागरण

Publish Date:Thu, 02 Apr 2020 09:08 PM (IST)

रांची, जेएनएन। झारखंड में कोरोना वायरस का एक और मरीज टेस्‍ट में पाॅजिटिव पाया गया है। रिम्‍स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के चिकित्सकों ने बताया कि एक और कोरोना पॉजिटिव केस मिला है। मिली जानकारी के अनुसार मरीज हजारीबाग का रहने वाला है। वह पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एक शादी समारोह से लौटा था। स्वास्थ्य सचिव ने भी इसकी पुष्टि की है। अब झारखंड में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्‍या दो हो गई है।

झारखंड में कोरोना का दूसरा मरीज मिला है। हजारीबाग के 52 वर्षीय एक व्यक्ति में इसके संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। गुरुवार को उसके सैंपल की जांच रिम्स में हुई। इसमें संक्रमण पाया गया। स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने इसकी पुष्टि की है। इससे पहले रांची के हिंदपीढ़ी के एक मस्जिद में ठहरी मलेशिया मूल की महिला में इसका संक्रमण पाया गया था। बताया जाता है कि वह व्यक्ति शादी में शामिल होने आसनसोल गया था जहां उसे इसका संक्रमण हुआ। वह हाल ही में वहां से वापस लौटा था।

झारखंड में अबतक 529 की जांच, 382 की रिपोर्ट निगेटिव

झारखंड में अब तक कुल 529 लोगों की जांच हुई है। इनमें से जहां दो लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया, जबकि 383 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 145 लोगो की रिपोर्ट अभी नहीं आई थी। गुरुवार को पूरे झारखंड में 108 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए जिनमें से अधिसंख्य की रिपोर्ट खबर लिखे जाने तक नहीं आ सकी थी। इससे पहले कुल 421 लोगों की जांच हुई थी।

कोरोना संक्रमण की बात करें तो राज्य में अब तक दो लोगों में इसका संक्रमण पाया गया। सबसे पहले 31 मार्च को रांची के हिंदपीढ़ी के एक मस्जिद में ठहरी मलेशिया मूल की महिला में संक्रमण पाया गया था।  गुरुवार को हजारीबाग के एक व्यक्ति में भी संक्रमण की पुष्टि हुई। इस तरह झारखंड में मरीजों की संख्या बढ़कर दो हो गई है।

राज्य सरकार ने केंद्र से अविलंब मांगे 10 हजार जांच किट

राज्य सरकार ने केंद्र से अविलंब 10 हजार जांच किट उपलब्ध कराने की मांग की है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने इसे लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि राज्य में कोरोना के एक मरीज मिलने के बाद जांच की गति बढ़ानी जरूरी है।

उन्होंने कहा है कि ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर उच्च जोखिम वालेसभी लोगों की जांच की जाएगी। चाहे उनमें लक्षण मिला हो या नहीं। उन्होंने यह भी कहा है कि राज्य सरकार के पास जांच किट का स्टॉक काफी कम है। उनके अनुसार जो स्टॉक उपलब्ध है वह एक सप्ताह ही चल पाएगा। दरअसल, मलेशिया मूल की जिस महिला में कोरोना का संक्रमण मिला, उसमें इसका कोई लक्षण नहीं था। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने अब मरीजों के संपर्क में आनेवाले सभी लोगों की जांच का निर्णय लिया है।

Posted By: Sujeet Kumar Suman

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