कोरोना के संकट में कुछ लोग बन गए मानव बम! ताली-थाली के देश में दे रहे थूक और गाली – Zee News Hindi

क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि इसी देश में रहने वाले कुछ लोग ऐसे हैं जो भारत को बद्दुआ दे रहे हैं, आपको बद्दुआ दे रहे हैं और चाहते हैं कि आप Corona Virus के खिलाफ ये लड़ाई हार जाएं. पूरी दुनिया में Doctors, Nurses और दूसरे स्वास्थ्य कर्मचारियों का सम्मान हो रहा है. भारत में भी डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है. लेकिन हमारे यहां ज़हरीली सोच वाले कुछ लोग इन पर थूक रहे हैं. इन्हें पत्थर मार रहे हैं. इन पर हमले कर रहे हैं. मध्य प्रदेश के इंदौर में जो हुआ. उसने पूरे देश को शर्मिंदा कर दिया है. आप सोचिए कि इससे बड़ी कायरता क्या हो सकती है, इससे बड़ा देश द्रोह और इससे बड़ी गद्दारी क्या हो सकती है.

वो कौन लोग हैं, जो ये नहीं चाहते कि कोरोना से लड़ाई में भारत जीते. एक तरफ वो लोग हैं, जिन्हें आपने..कोरोना Fighters के लिए ताली और थाली बजाते हुए देखा है, दूसरी तरफ वो लोग हैं, जिन्हें आप कोरोना Fighters पर पत्थर चलाते हुए देख रहे हैं. अब आप सोचिए कि एक तरफ देश को बचाने वाली सोच है. देश के लिए लड़ने वाली सोच है. दूसरी तरफ वो सोच है, जो इस संकटकाल में देश को धक्का दे रही है.

जब पूरे देश को एकजुट होकर वायरस से लड़ना है, तब इस तरह से देश…दो सोच में बंटा दिख रहा है. सवाल ये है कि इन लोगों को कौन गुमराह कर रहा है. कौन इनमें ज़हरीली सोच भर रहा है. देश पर जब भी कोई संकट आता है तो पूरा देश एकजुट हो जाता है. लेकिन आज जब सबसे बड़ा संकट आया है तो एक खास सोच वाले लोग…देश के लिए ही मानव बम की तरह बन गए हैं.

जो स्वास्थ्य कर्मचारी दूसरों की जिंदगी बचाने में जुटे हैं. उनकी ही जान लेने वाली सोच इंदौर में दिखी है. ये पुराने इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके की घटना है. इस इलाके में एक कोरोना Positive व्यक्ति मिला था. जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार स्क्रीनिंग कर रही थी. लेकिन कल दोपहर जब स्वास्थ्य विभाग की एक टीम इस इलाके में पहुंची तो उन पर हमला कर दिया गया. सोचिए किस तरह की सोच ऐसे लोगों के अंदर भरी है. 

अगर पुलिस फोर्स ना होती, प्रशासन के दूसरे लोग ना होते, तो आज ये डॉक्टर अपनी बात बताने के लिए जिंदा ना रहती. डॉक्टर, नर्स और दूसरे स्वास्थ्य कर्मचारी इतना डर गए हैं कि वो अपना नाम तक बचाने से हिचक रहे हैं. जिस मोहल्ले में ये स्वास्थ्य कर्मचारी गए थे, उस मोहल्ले के लोग पुलिस से भी नहीं डरते. ये लोग पुलिसवालों से बहस कर रहे थे और ये कह रहे थे कि अब मोहल्ले के अंदर जांच करने कोई नहीं आएगा. अगर कोई आएगा तो मार खाकर जाएगा.

ये अजीब बात है कि संकट के इस काल में अपनी जान को जोखिम में डालकर जो लोग सेवा का धर्म निभा रहे हैं, उनके ऊपर हमले किए जा रहे हैं. ऐसी ही एक घटना बैंगलुरु में भी हुई. वहां स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए काम करने वाली ASHA कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी की गई.

इसी दौरान एक मस्जिद से, लाउड-स्पीकर के जरिये अपील की गई कि लोग कोरोना वायरस को लेकर पूछे जा रहे किसी सवाल का जवाब ना दें. जिसके बाद Lockdown तोड़कर कई लोग सड़कों पर आ गए. इसी दौरान ASHA कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की की गई और उनके मोबाइल फोन भी छीन लिए गए.

पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर ली है, कुछ लोगों को गिरफ्तार करके उनसे पूछताछ भी की जा रही है. लेकिन, ये मामला सिर्फ भारतीय दंड संहिता की धाराओं का नहीं है. ये मामला देश को खतरे में डालने वाली, आत्मघाती मानसिकता का भी है. ज़रा सोचिए, आप किसी डूबते हुए इंसान को बचाने के लिए नदी में उतरें, और वो आप ही के पैर खींचने लगे, तो क्या होगा? होगा ये कि आप के जैसे मददगार लोग डूबते हुए लोगों की मदद करने से डरने लगेंगे. कोरोना से मुकाबला कर रहे सिस्टम और समाज के लिए, ये बेहद खतरनाक स्थिति है.

खतरनाक स्थिति सिर्फ ये नहीं कि ये लोग सिस्टम को काम नहीं करने दे रहे हैं. खतरनाक बात ये भी है कि ऐसी सोच वाले लोग वायरस को फैलाने में भी जुटे हैं. देश भर में तबलीगी जमात के 9 हज़ार लोगों की पहचान हुई है और इन्हें Quarantine किया गया. इन 9 हज़ार लोगों में 1306 लोग विदेशी नागरिक हैं.

WATCH: DNA

इन विदेशी नागरिकों पर केंद्र सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है. गृह मंत्रालय ने बताया है कि तबलीगी जमात के 960 विदेशी नागरिकों को Blacklist कर दिया गया है और इनका Tourist Visa रद्द कर दिया है. भारत में कोरोना के 20 प्रतिशत मामले तबलीगी जमात के लोगों के हैं. अब तक जमात के करीब 400 लोग कोरोना Positive मिले हैं. इनमें तमिलनाडु में 173, आंध्र प्रदेश में 67, तेलंगाना में 33, दिल्ली में 47, जम्मू-कश्मीर में 22 और असम में 16 Positive केस मिले हैं. तमिलनाडु में आज 74 कोराना Positive केस मिले, जिनमें 73 लोग तबलीगी जमात से जुड़े हैं. दिल्ली में कोरोना के करीब 219 मामले हैं, इनमें 108 लोग निज़ामुद्दीन मरकज़ के हैं.

दिल्ली में तबलीगी जमात के 1804 सदस्य Quarnatine सेंटर में रखे गए हैं. जिन लोगों में कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण मिले, उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया. लेकिन Qurantine सेंटर और अस्पतालों में ये लोग कैसी हरकतें कर रहे हैं. उसके बारे में हम आपको बता चुके हैं. कल रेलवे ने बयान दिया था कि दिल्ली में उनके Qurantine सेंटर में लाए गए कुछ लोग डॉक्टर्स पर थूक रहे हैं. कर्मचारियों को अपशब्द कह रहे हैं. Qurantine सेंटर में इधर उधर घूम रहे हैं. खाने-पीने के सामान पर अनुचित मांगे कर रहे हैं. आज दिल्ली के LNJP हॉस्पिटल के अधिकारियों ने बताया कि तबलीगी जमात के जो 188 लोग अस्पताल में भर्ती करवाए गए हैं, उनमें से कई लोग अपने टेस्ट करवाने से इनकार कर रहे हैं. ये कह रहे हैं कि उन्हें तो अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत ही नहीं है.

कोरोना वायरस से मौतों का आंकड़ा इतनी तेज़ी से बढ़ रहा है और लोगों को नियमों के पालन की सलाह दी जा रही है..लेकिन इसके बावजूद स्थिति ये है कि दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव ने पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखी है और ये कहा है कि तबलीगी जमात के लोगों को Control करने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाई जाए. अब सोचिए कि Doctors भी क्या करें, जब टेस्ट करवाने में आनाकानी की जा रही है. इन्हें Control करने के लिए अस्पताल में पुलिस फोर्स लगानी पड़ रही है. गाज़ियाबाद में भी तबलीगी जमात के लोग अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में अश्लील हरकतें कर रहे हैं. महिला कर्मचारियों से अश्लील इशारे कर रहे हैं. Qurantine में भी ये लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं.

Corona Virus को लेकर भारत और दुनिया की आज की स्थिति क्या है ये भी आपको देखना चाहिए. भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 235 नए मामले सामने आए हैं और संक्रमित मरीजों की संख्या 2 हज़ार 69 हो गई है. पिछले एक हफ्ते में भारत में Corona के मरीज़ों की संख्या दोगुनी हो गई है. ये सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि हमारे देश के ही कुछ लोगों ने नियमों की धज्जियां उड़ाई और लापरवाही बरती. आज भारत नें 12 नई मौतों की भी पुष्टि हुई है. अबतक 53 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में 416 केस सामने आ चुके हैं. जिनमें से 13 मरीजों की मौत हो चुकी है. ये किसी राज्य में हुई सबसे ज्यादा मौतें हैं.

एक अच्छी खबर ये है कि देश में अबतक 155 लोग ठीक हो चुके हैं और आपको इस सकारात्मक आंकड़े पर भी ध्यान देना चाहिए. दुनिया में अब तक संक्रमण के 9 लाख 60 हज़ार से ज्यादा मामले आ चुके हैं. 49 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिका में सबसे ज़्यादा 2 लाख मामले आ चुके हैं. इटली में मौत का आंकड़ा 13 हज़ार के पार पहुंच चुका है. अमेरिका में भी एक दिन में हई मौतों का रिकॉर्ड टूट गया है. अमेरिका में एक दिन में 884 मौतें हुई है. जबकि स्पेन एक दिन में 950 मौतें दर्ज करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है.

अगर हमारे देश में एक खास विचार धारा वाले लोगों ने अपनी सोच नहीं बदली तो भारत में भी स्थितियां नियंत्रण से बाहर हो जाएंगी. कर्फ्यू जैसे हालात हैं . महामारी से मौत का खतरा है . जान जोखिम में डालकर सरकारी कर्मचारी लोगों के बीच उन्हें जागरूक करने जा रहे हैं, लेकिन लोग उन पर हमला कर रहे हैं. और उनके साथ अभद्रता कर रहे हैं. सरकार ने अब तय किया है कि पुलिस कर्मियों और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. और  Lockdown में जो कोई भी नियमों को तोड़ेगा उसे सज़ा मिलेगी.

Lockdown के नियमों को तोड़ने की क्या हो सकती है सज़ा?
आपको भी ये जानना चाहिए कि Lockdown के नियमों को तोड़ने की क्या सज़ा हो सकती है. Disaster Management Act के तहत ऐसे लोगों को 2 साल तक की जेल हो सकती है. इसके अलावा ऐसे लोगों पर IPC की धारा 188 के तहत भी कार्रवाई की जाएगी. इस धारा में कम से कम एक महीने की जेल हो सकती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को फिर एक बार देश को संबोधित करेंगे. उन्होंने ट्वीट करके बताया कि सुबह 9 बजे देश के लोगों के साथ एक वीडियो संदेश साझा करेंगे. इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि कोरोना वायरस के खिलाफ इस युद्ध में धर्मगुरुओं को भी सकारात्मक भूमिका निभानी होगी. प्रधानमंत्री ने video conferencing के जरिये राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की और उनसे सभी संप्रदाय के धर्मगुरुओं के साथ मीटिंग करने को कहा. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी धर्म तभी बचेगा, जब कोरोना हारेगा.  

Related posts