- 24 मार्च को अलग-अलग फ्लाइट से अंडमान लौटे थे संक्रमित
- पुलिस पूछताछ में बताया कि निजामुद्दीन स्थित मरकज आए थे
देशभर में कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. अंडमान में कोरोना वायरस के 10 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. संक्रमित पाए गए लोगों में से 9 दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित तबलीगी जमात के सेंटर (मरकज) से लौटे थे.
बताया जा रहा है कि 10वीं संक्रमित महिला है, जो इनमें से किसी एक मरीज की पत्नी है. ये सभी 9 लोग 24 मार्च को अलग-अलग फ्लाइट से अंडमान पहुंचे थे. पूछताछ में इन सबने पुलिस को बताया कि ये निजामुद्दीन स्थित मरकज आए थे.
दिल्ली सरकार दर्ज कराएगी FIR
मरकज के मौलाना के खिलाफ केजरीवाल सरकार एफआईआर दर्ज कराएगी. तबलीगी जमात के सेंटर से रविवार को दिल्ली के LNJP अस्पताल में 34 लोगों को जांच के लिए लाया गया था और सभी कोरोना संक्रमण के संदिग्ध बताए जा रहे हैं. इसमें एक 64 साल के व्यक्ति की मौत हो गई. वो तमिलनाडु का रहने वाला था.
इस मामले पर दिल्ली सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि देश में 24 मार्च रात 12 बजे लॉकडाउन लागू हुआ. हर होटल, गेस्ट हाउस, हॉस्टल के मालिक और प्रशासक का सामाजिक दूरी बनाए रखने का कर्तव्य था. ऐसा लगता है कि यहां पर सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया गया.
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बयान में आगे कहा गया कि अब हमें जानकारी मिली है कि नियमों का उल्लंघन किया गया और कोरोना वायरस के कई पॉजिटिव केस यहां (जमात के मरकज) से सामने आए हैं. जो भी इसमें दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
पूरी दुनिया से आते यहां लोग
तबलीगी जमात का सेंटर होने के चलते देश ही नहीं पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं. इसके बाद उन्हें अलग-अलग समूहों में विभिन्न शहरों और कस्बों की इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए भेजा जाता है. इन्हें इलाकों की चिट दी जाती है जिसमें मस्जिदों का ब्योरा होता है. ये लोग वहां पहुंचते हैं और मस्जिदों में ठहरते हैं.